भूखी माता रोड पर सुधार के 24 घंटे बाद ही फूटी सीवरेज लाईन
उज्जैन, अग्निपथ। भूखी माता रोड से होकर गुजर रही सीवरेज लाईन सुधार के महज 24 घंटे के भीतर ही दोबारा फूट गई है। सीवरेज लाईन फूटने की वजह से शुक्रवार को लाखों लीटर गंदा पानी शिप्रा नदी में मिल गया। नगर निगम आयुक्त रोशन कुमार सिंह को जब इसकी जानकारी लगी तो उन्होंने सीवरेज लाईन डालने वाली टाटा कंपनी के अधिकारियों को जमकर फटकारा।
उज्जैन शहर के नालों का गंदा पानी सदावल स्थित ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाने के लिए वर्ष 2004 से पहले गऊघाट से भूखी माता के रास्ते सदावल गांव तक सीवरेज लाईन डाली गई है। गऊघाट पर 600 और 200 हार्स पॉवर के 2 पंप के जरिए गंदा पानी सदावल तक भेजा जाता है। भूखी माता रोड़ पर ही टाटा प्रोजेक्ट्स कंपनी द्वारा भी सीवरेज लाईन डाली जा रही है।
टाटा के कर्मचारियों के यहां काम करने के दौरान पहले से डली लाईन फूट गई थी। लगभग 2 महीने तक गऊघाट प्लांट से गंदा पानी सदावल तक पहुंचाना बंद हो चुका था। दो दिन पहले महापौर मुकेश टटवाल ने प्लांट्स का निरीक्षण करने के दौरान पुरानी लाईन को दुरूस्त करने के निर्देश दिए थे। महापौर के निर्देश के बाद टाटा प्रोजेक्ट्स ने क्षतिग्रस्त लाईन सुधारने का काम पेटी ठेके पर दे दिया। पेटी कांट्रेक्टर ने भी 750 मिलीमीटर की पाईप लाईन में 700 मिलीमीटर का सीमेंट पाइप का टुकडा सीमेंट के साथ फंसा दिया।
क्षतिग्रस्त लाईन को सुधरी हुई मानकर जैसे ही शुक्रवार सुबह गऊघाट से 200 हार्स पॉवर का पंप चालू किया गया, भूखी माता रोड़ पर फिर से लाईन फूट गई। लाखों लीटर पानी फेल गया और शिप्रा नदी में जा मिला। लाईन लीकेज होने की सूचना के बाद पीएचई प्रभारी शिवेंद्र तिवारी और सहायक यंत्री राजीव गायकवाड़ मौके पर पहुंचे। पंप बंद कराया गया और टाटा के अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया। इसके कुछ देर बाद आयुक्त रोशन कुमार सिंह भी यहां पहुंच गए। उन्होंने टाटा कंपनी के अधिकारियों की जमकर क्लास ले डाली।