राजेंन्द्र सुरी साख सहकारिता बैंक धोखाधडी मामले में इंदौर एसटीएफ ने इनामी आरोपी को किया गिरफ्तार

93 करोड से अधिक की धोखाधडी मामले में 4 साल से फरार था आरोपी

धार, अग्निपथ। जिले के राजगढ स्थित राजेंद्र सूरी साख सहकारिता संस्था में 93 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में 4 सालों से फरार आरोपी को इंदौर एसटीएफ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ की टीम को जानकारी मिली थी कि आरोपी इंदौर आया हुआ है। जिसके बाद इंदौर के पलासिया चौराहे से एसटीएफ ने आरोपी को पकडा व धार पुलिस को सौंप दिया है। अब आगे की कार्रवाई कुक्षी पुलिस टीम के द्वारा की जाएगी। आरोपी पर फरारी के दारौन धार एसपी ने 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। राजेंन्द्र सुुरी साख सहकारिता संस्था में ऑडिट के दौरान करीब 93 करोड से अधिक की धोखाधडी उजागर हुई थी। जिले के राजगढ थाने में श्री राजेन्द्र सूरी साख सहकारिता धार की 9 शाखाओ एवं मुख्यालय के कुल 28 संचालक मंडल सदस्यों, पदाधिकारियों एवं प्रबंधको के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया था। धार जिले के विभिन्न थानों में भी संबंधितों के खिलाफ 6 एफआईआर दर्ज की गई थी।

93 करोड से अधिक की धोखाधडी

राजगढ की राजेंन्द्र सुरी साख सहकारिता संस्था में जिले की 9 शाखाओं में करीब 19 हजार लोगो के खाते थे। संस्था में वित्तिय अनियििमत्तओं के चलते अगस्त 2019 में सहकारिता विभाग अंकेक्षण अधिकारी ने जांच कराई थी। इस दौरान बैंक में अंकेक्षण अधिकारी की जांच में धोखाधडी की बात सामने आई। इस दौरान कई लोगों ने जिला प्रशासन सहित पुलिस को बैंक से उनके रुपए वापस दिलवाने के लिए आवेदन भी सौंपे, जिसके आधार पर पुलिस ने भाजपा नेता सुरेश तांतेड सहित 20 से अधिक लोगों को आरोपी बनाया था। हालांकि सहकारिता बैंक को भी कई लोगों से दिया गया ॠण वापस भी लेना था।

जांच के बाद संस्था संचालक मंडल, प्रबंधको के खिलाफ धार जिले के 6 थानों में एफआईआर दर्ज की गई थी। केस दर्ज होने के बाद से सभी आरोपी फरार हो गए थे। जांच के दौरान प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए इंदौर एसटीएफ ने फरार आरोपियों की तलाश शुरु की। डीएसपी सोनु कुर्मी ने बताया कि 10 हजार के ईनामी आरोपी महेन्द्र पिता दिलीप सिंह उम्र 39 साल निवासी वैभव नगर पिछले चार साल से फरार चल रहा था। तकनीकि रुप से एसटीएफ टीम आरोपियों की तलाश कर रही थी, इस दौरान इंदौर में महेंद्र की आने की सूचना के बाद आरोपी को अरेस्ट कर लिया गया।

महेंन्द्र पर कुक्षी थाने में धोखाधडी का केस दर्ज हुआ था। इसके पूर्व में इसी प्रकरण में शामिल 60 हजार के ईनामी सुरेश तांतेड, 22 हजार के ईनामी विंदेश मंडलोई, 10 हजार के ईनामी सविंद्र बुंदेला, सोनु भंडारी को भी इंदौर एसटीएफ की टीम ने ही गिरफ्तार किया था। फरार आरोपी को गिरफ्तार करने की कार्रवाई टीआई श्रीकांत जोशी, उनि मलय महंत, आरक्षक रविंद्र कुतल, आरक्षक विकास भूरिया के द्वारा की गई है।

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