पिछले साल की तुलना में तीन गुना हुई दुकानों से आय
उज्जैन, अग्निपथ। कार्तिक मेले में दुकान आवंटन की नई ऑनलाइन प्रक्रिया से भले ही कई लोग नाराज हो लेकिन नई ऑनलाइन प्रक्रिया नगर निगम को खासी रास आई है। पिछले साल दुकान आवंटन से हुई आय के मुकाबले इस बार लगभग तीन गुना ज्यादा रकम नगर निगम के खजाने में जमा होगी। यह स्थिति भी तब है जबकि मेले में कई सारी दुकानें खाली ही पड़ी हुई है। कार्तिक मेले में चार दुकानें तो ऐसी भी रही जिनके लिए 30 से 41 हजार रूपए तक के टेंडर आए है।
कार्तिक मेले में दुकान आवंटन की प्रक्रिया को ऑनलाइन किए जाने के फैसले को लेकर काफी विरोध सामने आ रहा है। कई लोग चाहते है कि दुकान आवंटन प्रक्रिया पहले की ही तरह ऑफलाइन पद्धति से चलती रहे। इसके ठीक उलट महापौर मुकेश टटवाल मेले में दुकान माफियाओं पर नकेल कसने की कोशिश में जुटे थे। इसमें बहुत हद तक सफलता भी मिली है। पिछले साल नगर निगम को कार्तिक मेले से दुकान व ब्लॉक आवंटन के जरिए 23 लाख 22 हजार रूपए की आय हुई थी। इसके ठीक उलट इस बार नगर निगम को 62 लाख 65 हजार रूपए की आय प्राप्त होगी।
इसमें से 27 लाख रूपए तो अब तक नगर निगम के खाते में जमा हो चुके है। इस बार ऑनलाइन पद्धति से नगर निगम अ क्षेत्र की 160, ब क्षेत्र की 94 दुकानों का आवंटन कर चुका है। इसके अलावा ऑफलाईन पद्धति के जरिए फूड जोन की 18, चूड़ी जोन की 41 दुकानों के साथ ही बड़े झूले के 24 और छोटे झूलों के 15 ब्लॉक आवंटित कर चुका है।