स्वीकृति के 17 माह बाद भी राजस्व विभाग अस्पताल के लिए उपलब्ध नहीं करा पाया जमीन

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की ही सीमित जगह पर अस्पताल भवन निर्माण की कोशिश

नलखेड़ा, अग्निपथ। नगर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिविल अस्पताल में उन्नयन हुए लगभग 17 माह से अधिक समय हो गया है लेकिन उसके बाद भी सिविल अस्पताल के भवन निर्माण के लिए राजस्व विभाग अभी तक शासकीय भूमि उपलब्ध नहीं करा पाया है जबकि सिविल अस्पताल भवन निर्माण हेतु शासन द्वारा राशि भी स्वीकृत कर दी गई है। उसके बाद भी भूमि के अभाव में सिविल अस्पताल भवन निर्माण का कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है। और अस्पताल भवन निर्माण अधर में लटका हुआ है।

सुसनेर विधानसभा क्षेत्र के विधायक राणा विक्रम सिंह के अथक प्रयासों से शासन द्वारा नलखेड़ा में 30 बिस्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र 50 बिस्तरीय सिविल अस्पताल मे उन्नयन किया गया है जिसकी स्वीकृति 23 जून 2021 को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दी गई थी। लेकिन स्वीकृति के 17 माह से अधिक समय होने के बाद भी स्थानीय राजस्व विभाग की अकर्मण्यता एवं लापरवाही के चलते सिविल अस्पताल के लिए शासकीय भूमि आवंटित नहीं हुई है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिविल अस्पताल में हुआ उन्नयन

क्षेत्र के विधायक राणा विक्रमसिंह के प्रयास से लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मंत्रालय द्वारा 23 जून 2021 को सिविल अस्पताल की स्वीकृति प्रदान की गई थी स्वीकृति के 17 माह बाद भी सिविल अस्पताल भवन निर्माण के लिए नगर में शासकीय भूमि उपलब्ध नहीं हो पाई। इसके चलते सिविल अस्पताल भवन का निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया है।

सिविल अस्पताल भवन निर्माण हेतु 10 करोड़ रुपए हुए स्वीकृत

शासन द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सिविल अस्पताल में तब्दील करने के बाद 1 अगस्त 2022 को सिविल अस्पताल के भवन निर्माण हेतु 10 करोड़ रुपए की राशि की राज्य शासन द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है लेकिन अस्पताल भवन निर्माण की राशि की स्वीकृति के बाद भी भूमि के अभाव में सिविल अस्पताल भवन निर्माण का कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है। वही शासकीय भूमि नहीं मिलने के चलते भवन निर्माण का कार्य अधर में लटका हुआ है।

नगर के मध्य कई बेशकीमती जमीने भू माफियाओं के कब्जे में

नगर में ऐसा नहीं है कि सिविल अस्पताल भवन निर्माण के लिए नगर के मध्य शासकीय जमीन उपलब्ध नहीं है नगर में कई शासकीय भूमिया है लेकिन राजस्व विभाग की लापरवाही और निष्क्रियता के चलते शासन की बेशकीमती कई भूमियो पर भू माफियाओं का कब्जा है लेकिन राजस्व विभाग के अधिकारी उक्त शासकीय भूमि को मुक्त कराने में अपने आप को असहाय महसूस कर रहे हैं। यही कारण है कि सिविल अस्पताल भवन निर्माण के लिए नगर में शासकीय भूमि नहीं मिल पा रही है।

सुसनेर में सिविल अस्पताल भवन निर्माण का हुआ भूमि पूजन

नगर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिविल अस्पताल मे तब्दील करने की स्वीकृति सुसनेर और नलखेड़ा दोनों को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एक साथ ही दी गई थी लेकिन गत दिनों सुसनेर में सिविल अस्पताल भवन निर्माण का भूमि पूजन क्षेत्र के विधायक राणा विक्रमसिंह एवं भाजपा जिलाध्यक्ष गोविंदसिंह बरखेड़ी द्वारा किया गया लेकिन नलखेड़ा में शासकीय भूमि के अभाव में नगर में सिविल अस्पताल भवन निर्माण का भूमि पूजन नहीं हो पाया है।

नगर की जनता नवागत कलेक्टर वानखेड़े से आस लगाए बैठी

नगर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिविल अस्पताल में तब्दील करने की स्वीकृति के 17 माह बाद भी अस्पताल निर्माण हेतु नगर के मध्य व आसपास भूमि उपलब्ध नहीं हो पा रही है इसका मुख्य कारण राजस्व विभाग की लचर कार्यप्रणाली भी है लेकिन जिले में नवागत कलेक्टर के रूप में कैलाश वानखेड़े द्वारा गत दिनों पदभार ग्रहण किया गया है नगर व क्षेत्र की जनता उनकी कार्यप्रणाली के चलते नगर की जनता को फिर विश्वास हो गया कि अब अस्पताल भवन निर्माण हेतु अति शीघ्र शासकीय भूमि उपलब्ध हो जाएगी।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की सीमित भूमि पर ही सिविल अस्पताल भवन निर्माण करने के प्रयास

जिस भूमि पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बना हुआ है वह भूमि नाले और लखुंदर नदी से लगी हुई है तथा गड्ढे में भी है इसके कारण अत्यधिक बारिश के चलते आई बाढ़ से कई बार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पानी भरा जाता है वही निर्माण एजेंसी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की भूमि पर सिविल अस्पताल भवन निर्माण करना चाहती है वह भूमि सीमित है और उसके अलावा रिक्त पड़ी जमीन का प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है इसके साथ साथ वहां ना तो पार्किंग की जगह है है ना ही पर्याप्त भूमि है इसके चलते सिविल अस्पताल के निर्माण के लिए वह भूमि पर्याप्त नहीं होकर उपयुक्त भी नहीं है।

Next Post

1500 रसीद डिमांड बढी़, गर्भगृह में 15 की जगह 35 श्रद्धालु छोड़े

Sun Nov 20 , 2022
प्रीपेड यातायात बूथ से बड़ा गणेश मंदिर तक भीड़ का सैलाब, महाकालेश्वर मंदिर के अंदर भी यही हाल उज्जैन। श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने के लिये रविवार को देश विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। मंदिर के बाहर से लेकर अंदर भी रेलमपेल की स्थिति बनी हुई थी। […]