आगर मालवा, अग्निपथ। दिहाड़ी मजदूरी करके जैसे-तैसे अपना परिवार पालने वाली गरीब महिला व उसके परिवार की जमीन उस समय खसक गई जब उसे पता चला कि उस पर 5 लाख रूपए का ट्रैक्टर लोन बकाया हैं। घबराई महिला ने पति के साथ जा कर इसकी शिकायत थाना कोतवाली में की हैं। जिले में पूर्व में भी ऐसे प्रकरण हो चुके हैं। जिनमें यह सामने आया था कि, जिन व्यक्तियों का बैंक में खाता भी नही हैं उनके उपर लाखों रूपए का कर्ज बैंक बता रही हैं।
शहर की अयोध्या बस्ती छावनी में रहने वाली रेखा बाई पति घनश्याम प्रजापत 35 वर्ष की आर्थिक स्थित काफी खराब हैं। पति-पत्नी दोनों मेहनत, मजदूरी करके जैसे-तैसे अपना घर चलाते हैं। कुछ दिनों पहलें महिला के जेठ की अचानक मौत हो गई थी। जिसके कारण परिवार का आर्थिक संकट बढ़ गया।
महिला व उसके पति ने सोचा कि माईक्रों फाईनेंस कम्पनी से समुह लोन लेकर कर्ज चुका दिया जाए, इसके लिए महिला व उसके पति घनश्याम प्रजापत (रटिया) ने माईक्रों फाईनेंस कम्पनी के स्थानीय कर्मचारियों से सम्पर्क किया तो कर्मचारियों ने बताया कि तुम्हे लोन नहीं मिल सकता, क्योंकि तुम्हारी 40-40 हजार रूपए की दो किश्त बकाया हैं। यह सुन कर दोनों पति-पत्नी घबरा गए।
पति घनश्याम ने माईक्रो फाईनेंस कम्पनी के अधिकारियों की मदद से डिटेल निकलाई तो रेखा बाई के नाम से पांच लाख रूपए का ट्रैक्टर लोन लिया गया हैं, जिसकी 40-40 हजार रूपए की दो किश्ते बकाया हैं। रेखा बाई व उसके पति घनश्याम ने बताया कि जब हमनें डिटेल निकलाई तो पता चला कि सुसनेर क्षैत्र के व्यक्ति द्वारा यह फर्जीवाड़ा किया गया हैं। रेखा बाई पति घनश्याम के साथ जा कर थाना कोतवाली में इसकी शिकायत भी की हैं। पति-पत्नि का यह भी कहना हैं कि न तो हमारे पास कृषि भूमि हैं न हमनें कभी बैंक से कोई ट्रेक्टर लोन लेने के लिए आवेदन दिया था। जिस भी व्यक्ति द्वारा यह फर्जीवाड़ा किया गया हैं, इसकी जांच करके दोषी व्यक्ति पर कड़ी कार्यवाही की जाए।