प्रशासक ने चांदी की सफाई का काम शुरू कराया, रविवार को सुबह से ही भीड़ उमड़ी
उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में रविवार को भीड़ तो उमड़ी लेकिन उसका दबाव अधिक नहीं था। 1500 रु. जलाभिषेकधारी श्रद्धालुओं को भी आसानी से भगवान महाकाल के दर्शन होते रहे। प्रशासक संदीप सोनी के निर्देश के बाद गर्भगृह की चांदी सफाई का काम शुरू कर दिया गया था। जलाभिषेकधारी श्रद्धालुओं को दोपहर 3.30 बजे तक दर्शन करवाये गये।
सामान्य श्रद्धालुओं का प्रवेश शनिवार, रविवार और सोमवार को प्रतिबंधित होने से रविवार को भी 1500 रु. जलाभिषेकधारी श्रद्धालुओं को गर्भगृह से 3.30 बजे तक दर्शन होते रहे। भीड़ का दबाव कम होने और व्यवस्थाएं बना दिये जाने के कारण आराम से श्रद्धालु भगवान महाकाल का गर्भगृह से दर्शन करते रहे। दोपहर 12 बजे टिकट काउंटर बंद कर दिया गया था। लिहाजा इस दौरान 350 से अधिक श्रद्धालुओं ने टिकट लिये, जिससे 700 के लगभग श्रद्धालुओं ने गर्भगृह में प्रवेश कर जलाभिषेक किया।
चांदी सफाई का काम करवाया
आगामी थर्टी फस्र्ट दिसम्बर पर भीड़ के आगमन को देखते हुए प्रशासक संदीप सोनी ने रविवार को गर्भगृह की चांदी सफाई का काम शुरू करने के निर्देश दिये। गर्भगृह निरीक्षक विनोद चौकसे के निर्देशन में चांदी साफ करने वाले प्रकाश जोगी और दयाराम शिशोदिया ने दोपहर 3.30 बजे के बाद सफाई काम को अंजाम दिया। शाम पांच बजे से पहले सामने की एक चांदी की दीवार की सफाई कर दी गई थी। अब दो दीवारों की सफाई का काम और बाकी है। इस बार रूद्रयंत्र की सफाई संभवत: नहीं हो पायेगी। गणेश, कार्तिकेय और पार्वती की मूर्ति की चांदी सफाई होना भी बाकी है।
क्रिकेटर उमेश यादव ने महाकाल लोक निहारा
भारतीय क्रिकेट टीम के बॉलर उमेश यादव रविवार की अल सुबह उज्जैन आए। उन्होंने महाकाल की भस्मारती की। भारतीय क्रिकेट टीम के बॉलर यादव परिवार के साथ यहां पहुंचे थे। अल सुबह उन्होंने महाकाल की भस्मारती की। इसके पश्चात गर्भगृह में जाकर भगवान महाकाल का पूजन-अर्चन कर आने वाले दिनों में होने वाले क्रिकेट मैचों में भारतीय टीम की सफलता के लिए विशेष कामना की। दर्शन-पूजन के बाद वे पंडित नयन गुरु के साथ महाकाल लोक घूमने भी गए और यहां के अद्भुत नजारों को निहारा व मूर्तियां देखी।