उज्जैन, अग्निपथ। चामुंडा माता मंदिर द्वारा वितरित किए जा रहे भोजन को भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा सेफ भोग घोषित किया गया है। यह प्रमाणन 11 नवंबर, 2024 तक मान्य रहेगा। श्री मां छत्रेश्वरी चामुंडा माता मंदिर भक्त समिति लंबे समय से जरूरतमंदों को माता के दरबार से भोजन वितरित कर रही है।
भक्त समिति संयोजक पंडित शरद चौबे, पुजारी पंडित सुनील चौबे, निखिल चौबे, वरिष्ठ सदस्य राजेन्द्र शाह एवं रमेश टेमनिया सहित चामुंडा माता के भक्तों के प्रयासों से पूर्व में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दो प्रमाण पत्र मंदिर समिति को प्राप्त हो चुके हैं, उसके पश्चात यह प्रमाण पत्र प्राप्त होना गौरव की बात है। मंदिर समिति के संयोजक पंडित शरद चौबे ने बताया कि FSSAI द्वारा सेफ भोग का प्रमाणन उन्हें प्रदान किया जाता है जो लोगों को सुरक्षित और पौष्टिक आहार प्रदान करने में मानक स्थापित करते हैं।
‘ईट राइट’ एक ऐसा अभियान है जिसमें सभी को सुरक्षित एवं स्वस्थ भोजन सुनिश्चित कर देश की खाद्य प्रणाली को बदलना है। विभिन्न मापदंडों की गई थी जांच: चामुंडा माता मंदीर को सेफ भोग प्रमाणन के लिए मंदिर पर विभिन्न मापदंडों और कई पहलुओं की जांच की गई। इसके आधार पर चामुंडा माता मंदिर को भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा यह प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है।