बिना सूचना अनुपस्थित थे 6 शिक्षक, वेतन वृद्धि रोकी
आगर मालवा, अग्निपथ। नवागत कलेक्टर कैलाश वानखेड़े सोमवार को ग्राम निपानिया बैजनाथ स्कूल निरीक्षण करने पहुंच गए। स्थिति यह थी कि स्कूल में पदस्थ 14 शिक्षकों में से 7 शिक्षक नदारद थे। इनमें से एक शिक्षक के ही छुट्टी पर होने की जानकारी अधिकृत रूप से थी। जबकि 6 बिना सूचना दिए गैरहाजिर थे। इस पर कलेक्टर ने नाराजी व्यक्त करने के साथ ही छहों शिक्षकों की वेतनवृद्धि रोकने के निर्देश दिए।
पता चला हैं कि प्रधान अध्यापक ने ही अवकाश की सुचना विद्यालय में दी थी, शेष शिक्षकों की और से कोई सुचना भी विद्यालय प्रशासन को नही दी गई थी। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर वानखेड़े ने देखा कि बच्चें बाहर ग्राउंड में एक कटे हुए पेड़ के टुकड़े पर बैठे हैं तो कलेक्टर भी सहज रूप से उनके साथ जा कर बैठ गए और वही बैठकर कलेक्टर ने बच्चों से बातचीत कर विद्यालय की व्यवस्था व अन्य जानकारी ली।
कलेक्टर ने कक्षाओं में जा कर बच्चों से भी बात की व शिक्षण व्यवस्था की जानकारी ली। कलेक्टर ने रसोई घर में जा कर भोजन व्यवस्था देखी तथा बच्चों के लिए बनाए जा रहे खाने की गुणवत्ता कितनी हैं, यह जांचने के लिए कलेक्टर ने भोजन भी चखा। स्कूल परिसर में स्थित हेंडपम्प जब कलेक्टर वानखेड़े को दिखाई दिया तो उन्होने अधिकारी की उपस्थिति में खुद हेंडपम्प चलाकर उसमें कितना पानी हैं, यह जानने का प्रयास किया तथा पानी की क्या स्थिति हैं यह भी पता लगाया। ज्ञात हो क इस एकीकृत स्कूल में प्राथमिक व माध्यमिक शाला में मिलाकर 355 बच्चें अध्ययनरत हैं। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओं डीएस रणदा, एसडीएम राजेंद्र सिंह रघुवंशी सहित अधिकारी मौजूद रहे। जिला शिक्षा अधिकारी अभिलाष चतुर्वेदी ने बताया कि अनुपस्थित शिक्षकों पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
इनकी रोकी वेतन वृद्धि
कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने पर सहायक शिक्षक सतीश शर्मा, चांदमल जैन, प्राथमिक शिक्षक देवेंद्र सोनी, लक्ष्मी नारायण गुर्जर, माध्यमिक शिक्षक उर्मिला सूर्यवंशी, राखी यादव पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कलेक्टर ने सभी शिक्षकों की एक-एक वेतनवृद्धि असंचाई प्रभाव से रोकने के निर्देश दिए। साथ ही हिदायत दी, शिक्षक-शिक्षिकाएं निर्धारित समय पर ही स्कूल पहुंचे, समय पर उपस्थित नहीं होने वाले शिक्षकों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कठोर कार्यवाही की जाएगी।