नोट भी किये बरामद
बडऩगर, अग्निपथ। मंडी में सोयाबीन बेचकर लौट रहे किसान की बाइक पर टंगा झोला लेकर फरार दो आरोपियों को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से लूट की राशि में से 1 लाख 6 हजार 500 रुपये के नोट बरामद कर लिए गए हैं। कोर्ट ने दोनों को जेल भेज दिया है।
बडऩगर थाना प्रभारी मनीष मिश्र ने बताया कि 25 नवंबर को ग्राम रावदियापीर निवासी किसान प्रहलाद पिता रमेशचन्द्र शर्मा बडऩगर मंडी मे सोयाबीन बेचकर रुपये झोले में रख कर शाम 6 बजे अनिल ट्रेडर्स की दुकान के सामने कोर्ट चौराहा बडऩगर पर अपनी मोटर सायकल खड़ी कर सामान खरीदने गया था। लौटने पर मोटरासाइकिल पर टंगा बैग और उसमें रखी नगदी 1 लाख 30 हजार रुपये गायब था।
इस दौरान दो अज्ञात बदमाश नीले रंग की स्कुटी से भागते हुये दिखे। फरियादी कि रिपोर्ट पर पुलिस ने अपराध क्रमांक 619/2022 धारा 379 भादवि का कायम कर विवेचना मे लिया था। इसी दौरान विवेचना में सीसी टीवी फुटेज का निरीक्षण किया जिसमें दो अज्ञात व्यक्ति फरियादी की मोटरसाईकल पर टंगा रुपयों का झोला चोरी कर ले जाते हुए दिखाई दिये। बाद में अज्ञात बदमाशों का हुलिया व नीले रंग कि स्कूटी के फोटो मुखबिरों को दिखाकर जानकारी लेकर अथक प्रयास के बाद आरोपीगण राहुल पिता मनोहर सिंह गेहलोत (30 वर्ष) निवासी ड्रीम सिटी कालोनी बडऩगर व मेहरबान पिता भेरुलाल चौहान (31 वर्ष) निवासी ग्राम अमला से पूछताछ की गई। जिन्होंने जुर्म स्वीकार किया। बाद में आरोपियों से घटना में प्रयुक्त एक नीले रंग की स्कूटी (एमपी13-एफटी-4725) व नगदी रुपये कुल 1 लाख 6 हजार 500 रुपये जप्त कर आरोपीगणों को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया है। जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।
मंडी से पीछे लगे थे आरोपी
बताया जा रहा है कि दोनों आरोपी मंडी में हम्माली का काम करते हैं। किसान के मंडी से रुपये लेकर निकलते ही दोनों उसके पीछे लग गए थे। इसी दौरान किसान सामान लेने जब दुकान पर रुका तो उन्होंने उसकी लापरवाही का फायदा उठाते हुए मोटरसाइकिल पर रखा नोटों से भरा झोला गायब कर दिया।
इनकी रही विशेष भूमिका
आरोपियों को गिरफ्तार करने में थाना बडऩगर पुलिस टीम निरीक्षक मिश्र सहित उप निरिक्षक जितेन्द्र पाटीदार, एसएस गरवाल सहायक उपनिरीक्षक मानसिंह वास्कले, शैतान सिंह प्रधान आरक्षक प्रभुलाल मुनिया, आरक्षक नितेश रायकवार, गिरधारी कनेल, विजय जाट, संदीप बामनिया, अजय चौहान की सहारनीय भूमिका रही।