आमसभा में कहा- मजदूर, दुकानदार-किसान देश के भगवान, इनका भी हो रहा अपमान
उज्जैन, अग्निपथ। कन्याकुमारी से भारत जोड़ो यात्रा लेकर निकले कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को 2100 किलोमीटर पैदल चलकर उज्जैन पहुंचे। यहां सामाजिक न्याय परिसर में आयोजित राहुल गांधी की आमसभा में हजारों लोगों की भीड़ जुटी। धर्म की नगरी उज्जैन में ‘तपस्या’ पर राहुल के शब्दों ने खूब तालियां बटोरी। उन्होंने कहा कि इस देश का किसान, छोटा दुकानदार, मजदूर तपस्या करता है। देश की संस्कृति रही है कि जो तपस्या करते है उन्हें भगवान का दर्जा दिया जाता है। इस देश में तो भगवान का ही अपमान हो रहा है।
सामाजिक न्याय परिसर में आयोजित आमसभा में राहुल गांधी ने अपने उद्बोधन की शुरूआत तीन बार जय महाकाल का उद्घोष करके की। उन्होंने कहा कि मैं इस पवित्र शहर में आया हूं। यह शहर शिव का शहर है। भगवान शिव को हम इसलिए भगवान मानते है क्योंकि वे संसार के सबसे बड़े तपस्वी है। हम भगवान की तपस्या का मुकाबला नहीं कर सकते लेकिन हिंदुस्तान तपस्वियों का देश है। यहां हर कोई तपस्वियों का आदर करता है। मुझे मंच से तपस्वी कहा गया, मेरी तपस्या तो कुछ नहीं। मेरी तपस्या तो केवल 3 महीने की है। हर रोज थोड़ा पैदल चलते है, कुछ देर घुटने दुखते है, थोड़ी प्यास लगती है।
राहुल गांधी ने कहा कि हिंदू धर्म कहता है कि तपस्वियों की पूजा होना चाहिए तो यहां क्यों नहीं हो रही है। यहां तो जो नरेंद्र मोदी की पूजा कर रहे है, उन्हें सबकुछ मिल रहा है। रेलवे, पोर्ट, एयरपोर्ट, सडक़-बिजली-पानी सबकुछ, देश का पूरा धन उनके हवाले किया जा रहा है। हिंदुस्तान की सरकार का काम है इस देश के तपस्वी मजदूर, छोटे दुकानदार, किसान की तपस्या का फल देने का, लेकिन हिंदुस्तान के तपस्वियों को कुचलकर उनका सबकुछ छीनकर 5-6 लोगों को दिया जा रहा है। किसानों का भी सबकुछ छीन लेने की कोशिश की गई थी लेकिन किसानों की एकता ने इन्हें रोक दिया।
कमलनाथ बोले- 9 महीने बाद फिर आएंगे
सामाजिक न्याय परिसर की आमसभा से पहले पूर्व सीएम कमलनाथ ने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारी 15 महीने की सरकार के समय महाकालेश्वर मंदिर में 350 करोड़ रूपए दिए गए। इसे नरेंद्र मोदी अपनी उपलब्धि बता रहे है। 27 लाख किसानों का कर्जा माफ किया। 100 रूपए में 100 यूनिट बिजली दी गई। मंच पर ही कमलनाथ का दर्द भी छलका। उन्होंने कहा कि सौदा मैं भी कर सकता था लेकिन इसके बाद मध्यप्रदेश की पहचान यदि भ्रष्टाचार, माफिया प्रदेश की बन जाती तो यहां निवेश ही नहीं आएगा। मैंने सौदा नही किया, कोई बात नहीं। 9 महीने बाद प्रदेश में हमारी सरकार फिर से आएगी।
एएसआईसीसी से नहीं पहुंचा कोई बड़ा नेता
राहुल गांधी की आमसभा में शामिल होने के लिए एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं के उज्जैन पहुंचने के कयास लगाए जा रहे थे लेकिन दूसरे प्रदेशों से कोई बड़े नेता यहां नहीं पहुंचे। आमसभा के मंच पर एआईसीसी से केवल मध्यप्रदेश प्रभारी जे.पी. अग्रवाल मौजूद थे। इनके अलावा पूर्व सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, अरूण यादव, सज्जन वर्मा, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह सहित प्रदेश के सरकार के कई पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक पहुंचे थे।
सुबह 10 बजे उज्जैन की सीमा में पहुंचे राहुल
राहुल गांधी ने सुबह 7.30 बजे सांवेर से पैदल यात्रा की शुरूआत की। वे करीब 17 किलोमीटर पैदल चलकर निनोरा पहुंचे। यहां उन्होंने भोजन किया और कुछ देर विश्राम किया। दोपहर करीब 3 बजे वे तपोभूमि में आचार्य प्रज्ञा सागर जी से आर्शिवाद लेने पहुंचे। इसके बाद शाम 4 बजे वे महाकालेश्वर मंदिर पहुंच गए थे।
आज पूरे दिन उज्जैन में ही रूकेंगे
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को बुधवार को उज्जैन में ब्रेक दिया गया है। आगर रोड़ पर सुरासा गांव स्थित महर्षि सांदीपनि कॉलेज परिसर में वे ठहरे है। राहुल गांधी के बारे में कयास लगाए जा रहे थे कि वे बुधवार को गुजरात चुनाव में प्रचार करने जा सकते है लेकिन पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने इस कयास पर विराम लगा दिया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पूरे दिन उज्जैन में ही रहेंगे और 1 दिसंबर को यहां से आगे बढ़ेंगे।
राहुल की नजर में किसकी क्या ‘तपस्या’
- मजदूर- कोविड के समय मैंगलोर, मुंबई से, पंजाब से, देश के एक कोने से दूसरे कोने तक पैदल जाने वालों ने इस देश में तपस्या की है। मजदूर इस देश का तपस्वी है।
- किसान- सुबह 4 बजे उठकर हर किसान तपस्या करता है। बढई, नाई, माली, इलेक्ट्रिशियन तपस्या करते है। हर रोज अपने कर्म को तपस्या मानकर करते रहते है और तपस्या करते-करते ही मर जाते है। मैने यात्रा के दौरान कई किसानों से हाथ मिलाया है। किसान की तपस्या उसके हाथ में होती है, किसान का दर्द उसके हाथों में होता है। इसके निशान उसके हाथों में होते है। उन्हें फर्टिलाइजर नहीं मिल पाता है और जब मिलता है तो बहुत महंगा मिलता है। इंटरनेट पर आपको सबकुछ मिल जाएगा लेकिन फसलों का बीमा करने वाली कंपनियों का पता नहीं मिलता। जब किसान की फसल बर्बाद होती है तो वह बीमा कंपनी का पता ही तलाशता रह जाता है।
- छोटे दुकानदार- इस देश के करोड़ो लोग सुबह जल्दी उठ जाते है, काम करते हुए उनके हाथ फट जाते है। बड़े उद्योगपतियों का केश फ्लो आप रोक दो तो उन्हें इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। छोटे दुकानदार का केश फ्लो 15 दिन रोक दो तो उसका गला घुंटने लगेगा। 2 महीने में वह खत्म हो जाएगा। नोटबंदी, जीएसटी और लॉकडाउन लगाकर सरकार ने यहीं किया है। ये सब हथियार थे, इनसे गरीब छोटे दुकानदारों के व्यापार की रीढ़ तोड़ दी गई।
- मीडिया- मीडिया के लोग भी तपस्या कर रहे है। 80 दिन से ट्रक पर बैठे है। इनकी तपस्या है सच्चाई को देखो-समझो और लोगों को बताओ। मीडिया वाले भी ये सब करना चाहते है लेकिन इनकी लगाम किसी ओर के हाथों में है। ये वहीं लोग है जिन्हें नरेंद्र मोदी देश का सबकुछ सौंप देना चाहते है।
- विद्यार्थी- सुबह उठकर पढ़ाई करते है। पिता मजदूरी करते है, मां खाना बनाती है। पूरा परिवार तपस्या करता है तब कहीं जाकर डिग्री आती है। डिग्री आने के बाद उसे मजदूर बना दिया जाता है। अब तो पकोड़े भी नहीं चल रहे है।
नंदी बाबा के कान में मन की मुराद कही, पंचामृत अभिषेक किया
उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर राहुल गांधी ने भगवान महाकाल के दर्शन कर रूद्राभिषेक किया। राहुल गांधी ने लाल सोला, सफेद धोती और गले में रूद्राक्ष की माला पहने भगवान महाकाल की पूजा की। वे 13 मिनट तक तक गर्भगृह में रहे। उन्होंने साष्टांग दंडवत होकर महाकाल को प्रणाम किया। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ भी उनके साथ मौजूद रहे। लेकिन गर्भगृह में पूजा के दौरान वह भी बाहर निकल गये थे। – पेज 3 भी देखें