जाति प्रमाण पत्र के लिए पहले ले चुका था ढाई हजार
उज्जैन,अग्निपथ। लोकायुक्त टीम ने मंगलवार को कलेक्टोरेट के एक बाबू को एक हजार रुपए लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा है। बाबू इंदौर के व्यक्ति से जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए रिश्वत ले रहा था। उसने अफसरों तक को बांटने के नाम पर आवेदक से ढाई हजार रुपए पहले ही ले लिए थे।
इंदौर गांधीनगर निवासी मदन पिता शंकरलाल सोनी (54) पूर्व में उज्जैन में रहते थे। इसी आधार पर उन्होंने तहसीलदार राधेश्याम पाटीदार के कार्यालय में जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन दिया था। लेकिन यहा सहायक तीन ग्रेड पर पदस्थ कृष्णापार्क कॉलोनी निवासी वीरेंद्र पिता रामरतन नकलवाल (56) ने 15 दिन से लगातार चक्कर के बाद भी एक हजार रुपए के बिना काम से इंकार कर दिया।
सोनी ने 28 नवंबर को लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा को शिकायत कर दी। उनकी योजनानुसार मंगलवार को सोनी ने नकवाल के कार्यालय पहुंच उसे रुपए दे दिए। नकलवा के घूस लेते ही डीएसपी सुनील दालान,निरीक्षक बसंत श्रीवास्तव ने उसे रंगेहाथ दबोच लिया।
ढाई हजार लेकर फाइल बंद
सोनी ने बताया इंदौर में जाति प्रमाणपत्र के लिए आवेदन दिया था। 1984 तक उज्जैन में रहने के कारण वहां से फाईल उज्जैन भेज दी। इसलिए तहसील कार्यालय पहुंचा। यहा बाबू नकवाल ने ढाई हजार रुपए मांगे। कहा रुपए उपर तक देने पड़ते है। बावजूद चक्कर और कई फोन लगवाने के बाद भी नकवाल झूठ बोलता रहा और फाईल बंद कर दी। दूसरा आवेदन देने पर फाईल पास नहीं होने का कहते हुए एक हजार रुपए मांगे। मजबूरन लोकायुक्त में शिकायत करना पड़ी।