उज्जैन, अग्निपथ। भारत जोड़ो यात्रा को लेकर तपोभूमि से निकले राहुल गांधी शाम को निर्गम गेट से होते हुए मंदिर के अंदर पहुंचे। यहां पर उनको सोला धोती पहनाने के लिये महानिर्वाणी अखाड़े के पास स्थित वीवीआईपी कंटेनर में ले जाया गया। यहां पर उनको लाल रंग का सोला और सफेद धोती पहनाई गई।
शाम 4.25 बजे उन्होंने गर्भगृह में प्रवेश किया। इस दौरान उन्होंने भगवान महाकाल की दहलीज पर साष्टांग दंडवत प्रणाम भी किया। गर्भगृह में पुजारी बाला गुृरु और शनि मंदिर के पुजारी संजय गुरु ने उनका पंचामृत अभिषेक संपन्न कराया। पुजारी बाला गुरु ने बताया कि देश के कल्याणार्थ उन्होंने पूजन किया। गर्भगृह से निकलने के बाद राहुल गांधी नंदी बाबा के पास पहुंचे और उन्होंने अपने मन की मुराद भी उनसे कही। इसके पश्चात वह नंदीहाल में बैठे।
यहां पर 21 पंडितों द्वारा पुजारी बाला गुरु के आचार्यत्व में स्वस्तिक वाचन किया। इस दौरान कमलनाथ, विधायक महेश परमार, रामलाल मालवीय, मुरली मोरवाल सहित अन्य नेतागण उपस्थित रहे। इसके बाद श्री गांधी 4.45 बजे मंदिर से सभास्थल की ओर निकल गये।
आगमन से पूर्व चलते रहे 1500 और सामान्य श्रद्धालुओं के दर्शन
राहुल गांधी के महाकालेश्वर मंदिर आगमन से पूर्व सामान्य श्रद्धालुओं को भी गर्भगृह से दर्शन कराये गये। वीवीआईपी मूवमेंट होने के बावजूद मंगलवार होने से सामान्य श्रद्धालुओं को यह सुविधा प्रदान की गई। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति का प्रयास को सामान्य श्रद्धालुओं ने काफी सराहा। वहीं 1500 रु. टिकट से भी दर्शन गर्भगृह से श्रद्धालुओं को दर्शन कराये गये।
महाकालेश्वर मंदिर में मंदिर प्रबंध समिति द्वारा मंगलवार से शुक्रवार तक सामान्य श्रद्धालुओं को गर्भगृह से दर्शन की व्यवस्था शुरू की गई है। इस पर अमल करते हुए मंगलवार को दोपहर 1 से 3 बजे के बीच दो घंटे भगवान महाकाल के निकट से दर्शन करवाये गये। किसी भी वीवीआईपी आगमन के दौरान यह पहली बार है कि जब सामान्य श्रद्धालुओं को गर्भगृह से दर्शन करवाये गये हों। इसके पूर्व सुबह 6 से लेकर दोपहर 12.30 बजे तक 1500 रु. टिकट से श्रद्धालु गर्भगृह से भगवान महाकाल का जलाभिषेक कर दर्शन करते रहे।