नागदा, अग्निपथ। स्टेट हाईवे नंबर 17 पर स्थायी अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कलेक्टर के आदेश पर बुधवार को एमपीआरडीसी, राजस्व, पुलिस, नगरपालिका की संयुक्त टीम ने कार्यवाही की। गोल्डन केमिकल से चंबल नदी तक के स्थायी अतिक्रमण को जेसीबी से हटा दिया गया।
स्टेट हाईवें नंबर 17 पर स्थायी अतिक्रमणकर्ताओं के खिलाफ स्थानीय प्रशासन ने कलेक्टर आशीषसिंह के आदेश पर मुहिम चलाई। एसडीएम आशुतोष गोस्वामी एवं एमपीआरडीसी के एसडीओ दीपक शर्मा ने संयुक्त रुप से बताया कि गोल्डन केमिकल, राजस्थानी होटल चौराहा, बैरछा फंटा, जुना नागदा, खाचरौद नाका, भगतपुरी आदि स्थानों पर स्थायी अतिक्रमणकर्ताओं को 15 दिन पहले अंतिम नोटिस दे दिया गया था, इसके बाद भी अतिक्रमणकर्ताओं ने स्वेच्छा से अतिक्रमण नहीं हटाया।
बुधवार को एमपीआरडीसी, राजस्व, नगरपालिका एवं पुलिस की संयुक्त टीम ने दोपहर में अतिक्रमण मुहिम शुरु की। इस दौरान सडक़ के सेंटर से अतिक्रमण को चिह्नित किया। सफेद लाईन डालने के बाद जेसीबी से अतिक्रमण हटा दिया गया। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकारी भूमि पर दूकान लगाकर कुछ रसुखदारों द्वारा किराया वसूला जा रहा है जिसकी लगातार शिकायतें मिल रही है अब प्रशासन ऐसे व्यक्ति को भी चिह्नित करके कार्यवाही करेगा।
राजस्थानी होटल चौराहे पर एक शराब की दूकान का शेड जेसीबी से हटाया, जब रास्ते में बाधक बन रहे कुछ पेड़ों को काट दिया गया। प्रशासन की मुहिम से अतिक्रमणकर्ताओं में हडक़ंप मच गया, जेसीबी का पंचा चलने के बाद कुछ अतिक्रमणकर्ता स्वत: ही अतिक्रमण हटाने लगे। कार्यवाही के दौरान तहसीलदार सर्वेश यादव, आरआई रतनलाल डामोर, पटवारी नरेंद्र जाटव, सुनील चौहान, एसआई सुरेश सोनगरा, सुनील परमार, प्रधान आरक्षक राकेश चंदेल, आरक्षक संदीप यादव, रोहित मालवीय, जितेंद्र राठौर, नपा अतिक्रमण दल प्रभारी पवन भाटी, ओमप्रकाश राठौर, अनुप बोयत, दीपक बामनिया, संतोष बाली आदि मौजूद रहे।