22 कैरेट से बने होना बताये थे, 2 झांसेबाज हिरासत में
उज्जैन। प्रापर्टी ब्रोकर को परिचित ने अपने साथी सुनार से 10 लाख रुपये के सोने से बने आभूषण आधे दाम में दिलाकर धोखाधड़ी की साजिश रच दी। सुनार बने शातिर ने 916 हॉलमार्क (22 कैरेट) के आभूषण होना बताये थे, जो जांच करने पर मिलावटी होने के साथ आधे से भी कम हॉलमार्क के होना पाए गये। पुलिस ने ब्रोकर की शिकायत पर दोनों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर हिरासत में ले लिया है।
चिमनगंज थाने के एसआई यादवेंद्र परिहार ने बताया कि वीरनगर में रहने वाला पवन पिता जमनालाल शर्मा (38) प्रापर्टी ब्रोकर का काम करता था। उसका परिचय प्रापर्टी लोन का काम करने वाले विजय सोलंकी पीपलीनाका से था। कुछ दिन पूर्व विजय ने बताया कि बडोदरा में रहने वाला नवीन सोनी उसका दोस्त है और सुनार है। जिसे पैसों की आवश्यकता है। उसके पास 916 हॉलमार्क से बने 20 तोला के आभूषण है जिसकी कीमत 10 लाख रुपये है, वह आधे भाव में दे देगा।
पवन उसकी बातों में आ गया और 30 दिसंबर को उसने आभूषण खरीदने का सौदा तय कर लिया। विजय ने नवीन को बुलाकर 5 लाख 15 हजार में 4 सोने की चूड़ी, 2 जेंटस् कड़े, 2 अंगूठी, 2 ब्रेसलेट और एक चेन दिला दी। ब्रोकर आभूषण लेकर घर पहुंचा तो परिजनों ने टंच (जांच) करने की बात कहीं। पवन आभूषण की जांच कराने पहुंचा तो सामने आया कि आभूषण 916 हॉलमार्क के नहीं है। आभूषणों में आधे से ज्यादा मिलावट है। उसने अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत थाने पहुंचकर दर्ज कराई।
पुलिस ने विजय सोलंकी और नवीन सोनी के खिलाफ धारा 420, 34 में प्रकरण दर्ज कर दोनों को हिरासत में ले लिया है। जिनसे पूछताछ कर पता लगाया जा रहा है कि दोनों ने कितने लोगों के साथ इस तरह की धोखाधड़ी की है। रविवार दोपहर शातिर बदमाशों को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
बैंक में गिरवी रखने की सूचना-बताया यह भी जा रहा है कि दोनों शातिर बदमाश नकली आभूषण लेकर बैंक में गिरवी रखने भी पहुंचे थे। जहां बैंक अधिकारियों को शंका होने पर दोनों भाग निकले थे। जिनकी जानकारी बैंक अधिकारियों ने पुलिस को दी थी। उसके बाद सायबर सेल की टीम ने दोनों शातिर बदमाशों को पकड़ा और पूछताछ की तो उन्होने प्रापर्टी ब्रोकर के साथ 5 लाख की ठगी करना कबूल किया।