10 घायल, ढाई साल की बच्ची सुरक्षित बची
धार/बडऩगर/बदनावर, अग्निपथ। रुनिजा से 7 किलोमीटर दूर रतलाम इंदौर हाईवे के बीच रविवार शाम 5 बजे सातरुंडा चौराहे पर काल बनकर आए एक ट्रक ने कई लोगों को रौंदते हुए उन्हें मौत के घाट उतारा। घटना में कई लोग घायल भी हुए है। सूचना पाते ही प्रशासनिक अमला घटना स्थल पर पहुंचा। आसपास के लोगो ने भी घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्थान का एक ट्रक (आरजे 37-जेए 8319) जिसमें भैंस भरी हुई थी रतलाम से तेज गति से बदनावर तरफ जा रहा था। सातरुन्डा चौराहे पर एक मोटरसाइकिल को बचाने के चक्कर में डिवाइडर पर बैठे लोग जो अलग – अलग स्थानों पर जाने के लिए वाहन का इंतजार कर रहे व एक मोटरसाइकिल को रौंदते हुए डिवाईडर तोड़ते हुए निकल गया। हादसे में प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार लगभग दर्जन भर लोगों के मरने व दर्जन भर लोगों के घायल होने की बात कही जा रही है जो आधिकारिक आंकड़े नहीं है। वहीं हादसे मृत व घायलों को पुलिस प्रशासन एवं आम जनता के सहयोग से एंबुलेंस निजी वाहन से अस्पताल भेजा गया है।
घटना की जानकारी मिलते ही रतलाम पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, जिला कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी सहित पूरा पुलिस प्रशासन अमला घटनास्थल पर पहुंचा और घायलों को उपचार उपलब्ध कराने के लिए तत्काल अस्पताल भेजने की व्यवस्था की। उक्त हादसे एक 2 साल की बच्ची सुरक्षित बची है। उसके परिवार के लोग शायद इस हादसे में मर गए हैं या गंभीर घायल हुए हैं इस संदर्भ में बिलपांक थाना प्रभारी दीपक सेजवाल से चर्चा करनी चाही लेकिन व्यस्तता के चलते उनसे बात नहीं हो सकी। समाचार लिखे जाने तक शाम को 6 बजे तक पुलिस अधीक्षक कलेक्टर व पूरा प्रशासनिक अमला व्यवस्था घटना स्थल पर मौजूद था। ट्रक भी घटना स्थल पर ही खड़ा था।
प्रत्यक्ष दर्शी सुंदरलाल नागर ने बताया की मरने वालो में 4 लोग ढोलाना (बदनावर) के है। जो सातरूंडा कवंलका माता मंदिर मान उतारने व दर्शन करने आये थे। वहीं कुछ लोग बांगरोद के बताए जा रहे है। जो बच्ची इस हादसे में सुरक्षित बची वह बांगरोद की ही बताई जा रही है।
धार प्रतिनिधि आशीष यादव के मुताबिक रतलाम जिले से करीब 30 किमी. दूर व बदनावर से 8 किलोमीटर सातरुंडा चौराहे पर हुई घटना के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। सडक़ पर लाशें बिखरी पड़ी हैं। बताया जा रहा है कि ट्रक का टायर फट गया था और इसलिए वो अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर बैठे लोगो पर चढ़ गया। शुरुआती जानकारी के मुताबिक दर्दनाक घटना में मारे गए पांच लोगों के शव रतलाम मेडिकल कॉलेज लाए गए हैं जबकि जबकि 12-13 लोग घायल हुए हैं। जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।
सातरुंडा माताजी के दर्शन करने आए थे
प्रत्यक्षदर्शी और घायल का कहना है कि उनके परिवार के 7-8 लोग सातरुंडा माताजी के दर्शन करने आए थे। दर्शन करने के बाद वह सातरुंडा चौराहे पर बस का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान एक ट्रक अनियंत्रित होकर आया और टक्कर मार दी। टक्कर के बाद कुछ भी समझ में नहीं आया। एक ओर घायल ने बताया कि हम लोग वहां इंतजार कर रहे थे, मैं डिवाइडर के दूसरी तरफ था। तभी चीख पुकार मच गई। बस का इंतजार कर रहे लोग लहुलूहान हालत में सडक़ पर नजर आए। झुजार सिंह राठौर ने बताया कि पास में ही किराने की दुकान पर खड़ा था। 15 से 20 सवारी वहां खड़ी थी। तभी ट्रक सभी को रौंदते हुए आगे बढ़ गया। ऐसा लगा कि ट्रक ड्राइवर कंट्रोल नहीं कर पाया और अनियंत्रित होकर भीड़ पर चढ़ गया।
यह हुए घायल
1- राखी पति कन्हैया लाल धाकड 30 साल निवासी बांगरोद
2- विशाल पिता भंवरलाल चोरडिया 20 साल निवासी बखतगढ़
3- भागीरथ पिता धूला जी चर्मकर 81 साल निवासी घटघारा
4- ख़ुशबु पिता भंवरलाल 18 साल
5- मधु पिता शम्भु परमार 20 साल निवासी ढोलाना
6- निकिता पिता भंवरलाल चोरडिया 05 साल निवासी बखतगढ़
7- शान्ति बाईं पति शम्भूलाल चर्मकर 42 साल निवासी धोलाना
8- संगीता पति पारस 30 साल निवासी घोड़ाघाट
9- मंगल पिता गोपाल परमार 16 साल निवासी ढोलाना
10- अज्ञात महिला 35 साल
मंत्री दत्तीगांव ने जताया शोक
बदनावर प्रतिनिधि अल्ताफ मंसूरी के मुताबिक बदनावर तहसील के गा्रम ढोलाना, बिरयाखेडी, घटगारा आदि गांवों के कुछ लोग सातरूण्डा माताजी मन्नत उतारने के लिए गए थे। वहां से सातरूण्डा पर लौटते वक्त बस का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान यह हादसा हुआ। मौके पर करीब 50 से 60 यात्री खड़े थे। हादसे से मौके पर मौजूद सभी लोग सहम गए। उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने मृतकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त कर शोक प्रकट किया है तथा घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।