देवास, अग्निपथ। जिला जेल में एक कैदी मंगलवार सुबह को जेल के अंदर सेक्टर दीवार फांदकर महिला कैदियों की बैरक में जाने का प्रयास कर ही रहा था कि उसे मौजूद जेल प्रहरियों ने देखा और पकडक़र पुरुष बैरक में लेकर गए। इस संबंध में उप जेल अधीक्षक ने बताया कि 2 दिनों पूर्व ही कैदी यहां पर आया है, उसका व्यवहार असामान्य है वो जब से यहां पर आया है अपनी माँ को याद कर रहा है। फिलहाल पुरुष कैदी जेल में बंद है।
जिला जेल में धारा 376 के एक कैदी को गत 2 दिनों पूर्व 4 दिसंबर को बूंदी राजस्थान से देवास जेल लाया गया है। मंगलवार सुबह कैदी ने सेक्टर दीवार फांदकर महिला कैदियों की बैरक में जाने का प्रयास किया था। लेकिन समय रहते उसे मौजूद प्रहरियों ने देखा और से पकड़ लिया था। इस संबंध में उपजेल अधीक्षक अनिल दुबे ने बताया कि मंगलवार सुबह आरोपी बैरक की सेक्टर वॉल को क्रॉस करके महिला वार्ड की तरफ जा रहा था। जेल में मौजूद प्रहरी उसको पकडक़र पुरुष वार्ड में ले आए।
उन्होंने बताया कि कैदी का व्यवहार असामान्य है। वो जब से यहां आया है अपनी माँ को याद करता रहता है। उसे यह भी नहीं मालूम होगा कि उधर कोई महिला वार्ड है। कैदी का चेकअप भी डॉक्टर से करवाया गया है। डॉक्टर ने उसे मनोरोगी चिकित्सक को दिखाने की सलाह दी है।