उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम के बर्खास्त प्रभारी उपयंत्री संजय भावसार को नगर निगम ने खासा झटका दे दिया है। नगर निगम आयुक्त की ओर से भावसार को 26 लाख रुपए रिकवरी का नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में उल्लेख किया गया है कि भावसार की नौकरी फर्जी मार्कशीट के जरिए गलत तरीके से लगी थी लिहाजा नगर निगम से जारी वेतन की ब्याज सहित रिकवरी की जाएगी।
संजय भावसार का मूल पद समयपाल है। पूर्व में उन्हें नगर निगम में उपयंत्री पद का प्रभार दे दिया गया था। भावसार के खिलाफ हुई एक जांच में पाया गया कि उनकी मार्कशीट जाली थी। इसी जांच रिपोर्ट के आधार पर भावसार को नगर निगम की नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। कुछ समय पहले संजय भावसार ने नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर ग्रेच्युटी के बकाया 5 लाख रूपए का भुगतान मांगा था। भावसार के इस पत्र पर आयुक्त के निर्देश पर विधिक राय ली गई। इसी के बाद उल्टे भावसार पर ही 26 लाख रूपए की रिकवरी निकाल दी गई है। भावसार की बर्खास्तगी से जुड़ा मामला फिलहाल हाईकोर्ट में विचाराधीन है।
एडवांस 2 लाख लेकर की धोखाधड़ी
उज्जैन, अग्निपथ। मकान किराए पर दिलाने के नाम पर 2 लाख एडवांस लेकर धोखाधड़ी करने के मामले में पुलिस ने केस दर्ज किया है। चिमनगंज थाना पुलिस ने बताया कि मिल्कीपुरा में रहने वाले समसुउद्दीन पिता निजामुद्दीन ने 2 साल पहले विराट नगर में किराए का मकान लेने के लिये अखलाम नामक व्यक्ति से संपर्क किया था।
उसने एक मकान दिखाया और 2 लाख रूपये एडवांस ले लिये। जब समसुउद्दीन मकान में रहने पहुंचा तो किसी ओर का होना सामने आया। उसने अपने पैसे लौटने के लिये अखलाम से संपर्क किया तो टालम-टोल करने लगा। शनिवार को समसुउद्दीन ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की है।