कांग्रेस नेताओं के साथ दिया धरना, आज फिर होगी कलेक्टर से मुलाकात
उज्जैन, अग्निपथ। आगर रोड़ स्थित गुलमोहर कॉलोनी में रहने वाले परिवारों के सदस्यों ने सोमवार को प्रशासनिक भवन कलेक्टर कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेताओं के साथ मिलकर रहवासियों ने कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरना दिया। काफी देर के प्रदर्शन के बाद तय किया गया है कि मंगलवार को कालोनी के रहवासियों और कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधि मंडल फिर से कलेक्टर से मुलाकात करेगा और रहवासियों को राहत प्रदान करने के रास्तो पर बातचीत होगी। मंगलवार सुबह से आरंभ होने वाली मकान तोडऩे की मुहीम फिलहाल स्थगित हो गई है।
गुलमोहर कॉलोनी में राजस्व और नगर निगम की संयुक्त टीम ने 101 अवैध मकानों को चिन्हित किया है। इसी तरह नजदीक के रामनगर में 42 और भैरवगढ़ रोड़ के ग्यारसी नगर में भी लगभग 40 ऐसे मकान चिन्हित किए गए है जो सिंहस्थ 201 के बाद बने थे। इन सभी मकानों में रहने वालों को एक साल पहले नगर निगम द्वारा नोटिस जारी किए गए थे।
एक महीना पहले सभी को दूसरा और अंतिम नोटिस जारी किया गया। रविवार शाम को गुलमोहर कॉलोनी में अंतिम मुनादी कराई गई। रहवासियों को चेतावनी दी गई थी कि वे सोमवार शाम तक अपने मकान खाली कर दे, मंगलवार सुबह से मकान तोडऩे की चेतावनी दी गई थी।
मुनादी के बाद से ही गुलमोहर कॉलोनी के रहवासी खासे खौफ में है। सोमवार दोपहर करीब 12.30 बजे सभी रहवासी कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। यहां कांग्रेस विधायक महेश परमार, शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया, पार्षद माया राजेश त्रिवेदी, नेता प्रतिपक्ष रवि राय, विक्की भदौरिया, जिला अध्यक्ष कमल पटेल आदी ने आंदोलनकारी रहवासियों की अगुवाई की। कलेक्टर कार्यालय के बाहर नारे लगाए गए।
एडीएम संतोष टेगौर ने इनसे बात की। रहवासियों ने अपनी समस्याएं एडीएम को बताई। इसके बाद प्रतिनिधि मंडल की कलेक्टर आशीष सिंह से बात हुई। कलेक्टर ने कांग्रेस नेताओं और रहवासियों के प्रतिनिधि मंडल को मंगलवार को अपने कार्यालय पर बुलाया है। इनसे कहा गया है कि बैठकर रहवासियों के पुर्नवास या राहत प्रदान करने के विषयों पर बातचीत की जाएगी।