उज्जैन जनपद में कांग्रेस का कब्जा, भाजपा के 5 सदस्य नदारद
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन जनपद में पिछले लगभग दो महीने से चल रही कब्जे की जंग मंगलवार को थम गई है। जनपद में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की कुर्सी पर कांग्रेस का कब्जा हो गया है। मंगलवार को जनपद के प्रथम सम्मेलन में भाजपा समर्थित 5 सदस्य नदारद रहे, इनमें अध्यक्ष पद की उम्मीदवार रही भंवरी देवी भी शामिल थी।
उज्जैन जनपद में कब्जे के लिए पिछले दो महीने से भाजपा और कांग्रेस समर्थित खेमे में जंग चल रही थी। भाजपा का दावा रहा है कि जनपद के 25 वार्डो में से उसका 13 वार्डो पर कब्जा है। बहुमत के बावजूद भाजपा यहां अध्यक्ष पद का चुनाव हार गई थी। अध्यक्ष-उपाध्यक्ष पद के निर्वाचन के खिलाफ दो बार भाजपा समर्थित खेमे ने हाईकोर्ट में अपील की लेकिन दोनों ही बार अपील खारिज हो गई थी। फिलहाल भाजपा समर्थित प्रत्याशियों की चुनाव अपील कलेक्टर सह जिला निर्वाचन कार्यालय में विचाराधीन है।
कलेक्टर द्वारा निर्वाचन अधिसूचना के बाद प्रथम सम्मेलन से रोक हटा लिए जाने और हाइकोर्ट से अपील खारिज होने के बाद मंगलवार दोपहर जनपद का प्रथम सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन से पहले कांग्रेसी खेमे ने जनपद पंचायत परिसर में गंगाजल का छिडकाव किया। दावा किया गया कि पिछले बोर्ड के समय जनपद में जमकर भ्रष्टाचार हुआ, इसी पाप को धोने के लिए गंगाजल छिडक़ा गया है। ढोल-ढमाकों के साथ जनपद अध्यक्ष विद्या कुंवर और उपाध्यक्ष नासिर पटेल ने शपथ ली और कार्यभार संभाला।
दोनों ही जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों से परिचय प्राप्त किया। जनपद के प्रथम सम्मेलन में भाजपाई खेमे के भी अधिकांश जनपद सदस्य शामिल हुए। भवंरीदेवी, राजेश आंजना, राजेंद्र सिंह सेवरखेड़ी, बीबी कुदरत बदरखा सहित भाजपाई खेमे के 5 सदस्य प्रथम सम्मेलन से नदारद रहे।