नकली चेक से एएसआई सहित दो लोगों के खाते खाली किए
उज्जैन,अग्निपथ। एक शातिर ठग ने बैंक ऑफ इंडिया की दो शाखा को ठगी का शिकार बना लिया। बदमाश ने एक ग्राहक के नकली चेक लगाकर 3.10 लाख एएसआई के खाते में ट्रांसफर कर दिए। फिर एएसआई के खाते से भी नकली चेक लगाकर 4.60 लाख रुपए विड्रा कर लिए। बैंक की सेठीनगर शाखा में हुई ठगी सामने आने पर गुरुवार रात माधवनगर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की है।
सूत्रों के अनुसार अज्ञात ठग ने सेठीनगर निवासी रेणी चाकौ के अकाउंट का नकली चेक बनाकर तीन लाख दस हजार रुपए भर 13 दिसंबर को आगर रोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया की शाखा गया। वहा उसने चेक चिमनगंज पुलिस कॉलोनी निवासी एएसआई रमेश तोमर के खाते में जमा कर दिया। करीब एक घंटे बाद ही बदमाश ने बैंक की सेठीनगर शाखा में तोमर के अकाउंट का नकली चेक लगाकर 4.60 लाख रुपए विड्रा कर लिए।
खाते से राशि विड्रा का मोबाईल पर मैसेज आते ही तोमर बैंक पहुंच गया। उसने किसी को भी चेक नहीं देने का दावा कर असली चेक बता दिया। इस पर बैंक ने छानबीन की तो चाको के खात से नकली चेक लगाकर राशि ट्रांसफर का पता चला। ठगी होने पर बैंक मैनेजर पूनम दूबे ने माधवनगर थाने में शिकायत कर दी। मामले में पुलिस ने गुरुवार रात केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
शातिर ने मजदूर को भी शिकार बनाया
मामले में पुलिस ने बैंक के सीसी टीवी फूटेज निकाल तोमर के खाते से राशि विड्रा करने वाले को पकड़ा। उसने कबूला कि एक व्यक्ति ने उसे नौकरी पर रखा था। उसके कहने पर चेक लेकर गया और राशि निकालकर दे दी। मामले में पुलिस ने तीन संदिग्ध को तो हिरासत में लिया,लेकिन ठग अब तक हाथ नहीं आ सका।
बैंककर्मी शंका के घेरे में
पुलिस सूत्रों के अनुसार चेक हुबहू असली जैसे है शिकायत के बादं मशीन से जांच करने पर भी चेक के नकली होने का पता नहीं चला होगा। लेकिन खाता धारक चाको और एएसआई तोमर के अकाउंट नंबर उनकी चेक बूक का नंबर ओर साईन ठग को पता चलना संदेहजनक है। पुलिस का मानना है कि बैंक कर्मियों की मिली भगत बिना यह संभव नहीं,जांच में जल्द खुलासा हो जाएगा।
देवास में भी बैंकों को चूना
पुलिस को जांच में पता चला है कि देवास में भी 4-5 बैंकों से नकली चेक द्वारा राशि विड्रा की गई है। दोनों जगह ठगी संभवत: एक ही बदमश ने की है। पुलिस ने ठग का फोटो भी निकाल लिया,लेकिन उसका ठिकाना अब तक पता नहीं चल पाया है।