खुद को स्पेशलिस्ट बताकर फांसा था युवक को
उज्जैन,अग्निपथ। एक डॉक्टर ने खुद को स्पेशलिस्ट बताकर हॉस्पिटल खोलने के नाम पर परिचित युवक को 40 लाख की चपत लगा दी। करीब 7 माह पहले हुई ठगी की शिकायत में शुक्रवार को नागझिरी पुलिस ने डाक्टर पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कर दिया। अब पुलिस उसे तलाश रही है।
देवासरोड स्थित साईं विहार कॉलोनी निवासी सुरेश पिता लक्ष्मीनारायण चौधरी ने पुलिस को बताया कि महानंदानगर निवासी डॉ. अरुण प्रसाद सिन्हा उनसे मिलने घर आए। खुद को न्यूरोलाजिस्ट व रेडियोलाजिस्ट बताकर डिग्री दिखाई और फ्रीगंज में पार्टनरशिप में हॉस्पिटल और मेडिकल खोलने का प्रस्ताव रखा। मोटी कमाई का भरोसा देने पर बात मान ली और मांगने पर मई माह में सिंहा को 40 लाख रुपए के चेक और कुछ नकदी दे दी।
हॉस्पिटल खोलने के बाद एक मरीज का केस बिगडऩे पर उसके परिजनों ने सीएमओ कार्यालय शिकायत की। पता चला सिंहा को हॉस्पिटल की अनुमति नहीं दी गई और उसकी डिग्री फर्जी है। जानकारी सामने आने पर सिंहा से दी राशि वापस मांगी तो वह भाग गया। टीआई विक्रमसिंह ईवने ने बताया कि केस दर्ज कर आरोपी को खोजा, लेकिन अब तक हाथ नहीं आया है,जल्द गिरफ्तार कर लेंगे।
मैनेजर पर पत्नी को भगाने का आरोप
सर्वविदित है डॉ. सिन्हा ने हाल ही में आरोप लगाया था कि उनका मैनेजर एक करोड़ रुपए और उनकी पत्नी को लेकर भाग गया। उन्होंने पुलिस में शिकायत कर मीडिया से भी चर्चा की थी। सिंहा ने वह नोटंकी इसी केस से बचने के लिए की थी।
कई मरीजों ने की शिकायत
बताया जाता है डॉ. सिन्हा ने स्पेशलिस्ट बन अपने हॉस्पिटल में कई मरीजों से ईलाज के बहाने मोटी रकम ले ली। अधिकांश केस बिगडऩे पर कलेक्टर तक को शिकायत की जा चुकी है,जिसमें जांच चल रही है। यहंी वजह है कि सिन्हा ने हॉस्पिटल बंद कर घर से ही प्रेक्टिस कर रहे थे।