दवा बाजार में अवैध दुकानों का निर्माण, व्यापारियों में विवाद

उज्जैन, अग्निपथ। माधवनगर रेलवे स्टेशन रोड पर बने दवा बाजार में शनिवार को व्यापारियों के बीच अवैध दुकानों के निर्माण को लेकर खासी अनबन हो गई। दवा बाजार के एफ ब्लॉक में बनाई जा रही अवैध दुकानों को लेकर इससे पहले भी विवाद हो चुके है। दवा बाजार के कुछ व्यापारियों ने नगर निगम में भी पूर्व में अवैध निर्माण की शिकायत की थी, हालांकि मामले में निगम अधिकारियों की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की गई।

दवा बाजार में लगभग 300 दुकानें है। बाजार का निर्माण गिरिराज कंस्ट्रक्शन फर्म द्वारा किया गया है। इस फर्म द्वारा मई महीने में दवा बाजार के एफ ब्लॉक में फर्स्ट फ्लोर पर कॉरिडोर में 8 अवैध दुकानों का निर्माण शुरू कर दिया था। एफ ब्लॉक के व्यापारी इस कॉरिडोर का इस्तेमाल करते थे, अवैध दुकानें बनने लगी तो व्यापारियों ने विरोध जताया। अवैध निर्माण के खिलाफ नगर निगम को शिकायत की गई। नगर निगम से कंस्ट्रक्शन फर्म को दो बार नोटिस भी जारी हुए। नोटिस के खिलाफ कंस्ट्रक्शन फर्म कोर्ट चली गई और मामले पर स्थगन आदेश जारी हो गया।

मई में इतनी कवायद के बाद अवैध दुकानों का निर्माण थम गया था। तीन दिन पहले कॉरिडोर में लगे टीन शेड हटाकर पक्की दीवारों का निर्माण दोबारा शुरू कर दिया गया था। यह निर्माण भी कोर्ट के स्थगन की स्थिति में किया जा रहा है। शनिवार दोपहर करीब 3 बजे एफ ब्लॉक के व्यापारियों ने विरोध करते हुए दुकानों के निर्माण का काम रूकवा दिया। इस बीच कंस्ट्रक्शन फर्म से जुड़े शेलेंद्र बियाणी भी मौके पर पहुंचे। बियाणी के साथ व्यापारियों का विवाद भी हुआ।

दवा व्यापारी राजकिशोर शर्मा, सतीशचंद्र झालानी, कुतुब भाई आजाद, सुनील दुबे सहित अन्य लोगों ने शेलेंद्र बियाणी की मौजूदगी में दुकानों के अवैध निर्माण को रूकवा दिया, इसके अलावा नीलगंगा पुलिस को भी मामले की लिखित शिकायत की। व्यापारियों का कहना है कि कोर्ट के समक्ष भी अवैध निर्माण से जुड़े तथ्य रखे जाएंगे।

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