इंदौर, अग्निपथ। इंदौर से सांई भक्त पैदल शिर्डी तक यात्रा करेंगे। ये यात्रा इंदौर के बड़ा गणपति चौराहे से 23 दिसम्बर को सुबह 10 बजे शुरु होगी। ये पैदल यात्रा 425 किमी लंबी है। इस यात्रा में 200 भक्त शामिल होंगे जो पैदल यात्रा करेंगे। यात्रा के दौरान रास्ते में ये पैदल यात्री और संस्था के सदस्य मानव सेवा करते हुए चलेंगे। ये पैदल यात्रा 4 जनवरी को शिर्डी सांई बाबा के दरबार पहुंचेंगे।
दरअसल, ये यात्रा छत्रीबाग जनसेवा समिति और सांई आसरा की मेजबानी में निकाली जाएगी। इस पैदल यात्रा की शुरुआत 16 साल पहले हुई थी। जो कोविड के दौरान प्रतीकात्मक रुप से निकाली गई थी। मगर इस बार इसे लेकर काफी उत्साह सांई भक्तों में है। अब तक 125 रजिस्ट्रेशन भी हो चुके है।
छत्रीबाग जनसेवा समिति के संस्थापक रज्जू पंचोली बताते है कि इस पैदल यात्रा की शुरुआत 15 साल पहले हुई। ये यात्रा का 16वां साल है। इसकी शुरुआत कुछ लोगों के साथ मिलकर की थी। 2007 में हमने दशहरा मैदान पर सांई महायज्ञ किया था । इस दौरान उन्हें कुछ ऐसा एहसास हुआ, लोगों से बातचीत हुई कि शिर्डी तक पैदल यात्रा निकाली जाना चाहिए। सांई महायज्ञ का भी अच्छा रिस्पॉन्स मिला था। इसके बाद 25 दिसम्बर 2007 से इस यात्रा की शुरुआत हमने की। उस वक्त सभी ने कहा था कि हम चलेंगे। इसके बाद फिर सारी व्यवस्थाएं की गई और इस यात्रा में उस वक्त 800 लोग पैदल शिर्डी यात्रा पर गए थे।
पैदल यात्रा के दौरान समिति द्वारा भोजन की व्यवस्था, पानी के टैंकर, मेडिकल ट्रिटमैंट की व्यवस्था, रात को सोने के लिए टेंट की व्यवस्था, जनरेटर, लाइट की व्यवस्था रहती है। इसके साथ ही सांई बाबा का रथ भी साथ में चलता है। काफी सुविधाएं इस यात्रा में रहती है। कई लोग सेवा भी करते है। हालांकि इस यात्रा में शामिल होने वाले यात्रियों से शुल्क लिया जाता है। इस बार ये शुल्क साढ़े तीन हजार रुपए प्रति यात्री कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि पैदल यात्रा में ज्यादा भक्तों को नहीं ले जाया जाता है। हमारी समिति का टारगेट 200 सांई भक्तों को ही ले जाने का रहता है। अभी तक सवा सौ से ज्यादा लोग रजिस्ट्रेशन करा चुके है। जल्द ही बाकी के रजिस्ट्रेशन भी हो जाएंगे। इसमें जितने भी रजिस्ट्रेशन होंगे उतने लोगों को यात्रा पर ले जाया जाएगा।
इस यात्रा की बात करे तो इसकी शुरुआत 23 दिसम्बर को बड़ा गणपति से शोभायात्रा के रुप में होगी। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में सांई भक्त व कई संत शामिल होंगे। शोभायात्रा की शुरुआत सांई बाबा के जयकारों और महाआरती के साथ होगी। यात्रा इंदौर, उज्जैन, देवास, रतलाम, देपालपुर, महू राऊ के भक्त भी शामिल होंगे। यात्रा 13 दिनों की रहेगी। यात्रा के लिए 12 से ज्यादा समितियों का गठन किया गया है।
यात्रा 23 को शुरु होगी जो दोपहर में आईपीएस कॉलेज के सामने बने एक गार्डन पहुंचेगी जहां यात्रियों के भोजन की व्यवस्था रहेगी। महू में रात्रि विश्राम रहेगा। 24 दिसम्बर को रात्रि विश्राम गणेश घाट पर रहेगा। 25 दिसम्बर की रात को ठिकरी में, 26 दिसम्बर को ओझर फाटे पर, 27 को पलासनेर में, 28 को दबासी, 29 को धुलिया में, 30 दिसम्बर को रोकडिय़ा हनुमान से आठ किमी से आगे रहेगा। 31 को मालेगांव के आगे रहेगा। 1 जनवरी को मनमाड़ सांई मंदिर में रात्रि विश्राम रहेगा। 2 जनवरी को शिंदे बाबुल गांव के आगे। 3 जनवरी को शिर्डी में रहेगा। 4 को दर्शन करे वापस यात्री लौटेंगे।