सामान्य और 250 रु. टिकट धारियों को दर्शन कराने की चुनौती
उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में रविवार को भारी भीड़ मंदिर के दर्शनों को उमड़ी। भीड़ को देखकर ऐसा लगा जैसे नये वर्ष पर उमडऩे वाली भीड़ के आगमन की शुरुआत हो चुकी है। डेढ़ सप्ताह पहले भीड़ के उमडऩ से चहूंओर भीड़ का सैलाब टूटा हुआ दिखाई दिया। मंदिर के चारों ओर भी भीड़ ही भीड़ दिखाई दे रही थी। मंदिर में निर्माण कार्य बिखरा होने के कारण नये वर्ष पर अव्यवस्था की स्थिति निर्मित हो सकती है।
रविवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन को उमड़े। हालात यह रही कि मंदिर के अंदर तो ठीक मंदिर के आसपास भी भारी भीड़ का सैलाब उमड़ा दिखाई दिया। गणपति मंडपम में दो पाटले लगाकर भीड़ नियंत्रण किया गया। यहां पर भीड़ को आगे बढ़ाने के लिये मंदिर कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों को लगाना पड़ा। महाकाल लोक बन जाने से इस बार भीड़ का सैलाब तीन से चार गुना तक अधिक उमड़ेगा। ऐसे में मंदिर के चारों ओर भीड़ का जमावड़ा लगेगा।
24 दिसम्बर से गर्भगृह में 11 दिन प्रवेश पर रोक
हालांकि मंदिर के गर्भगृह में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर 24 दिसम्बर से 5 जनवरी तक विराम लग जायेगा। ऐसे में केवल मंदिर प्रशासन को सामान्य श्रद्धालुओं और 250 रु. शीघ्र दर्शन टिकट धारियों को दर्शन करवाने की बाध्यता रहेगी। मंदिर के अधिकारियों के पास इस भीड़ का नियंत्रित करने का फार्मूला भी है। सामान्य श्रद्धालुओं को महाकाल लोक से प्रवेश करवा कर भीड़ को नये वर्ष और थर्टी फस्र्ट पर कार्तिकेय मंडपम से दर्शन करवा कर सीधे चैनल गेट से बाहर निकाला जायेगा। वहीं 250 रु. शीघ्र दर्शन टिकट धारियों को 4 नंबर गेट से विश्रामधाम, कालागेट से गणपति मंडपम से दर्शन करवाये जायेंगे।
फार्मूला करेंगे इस्तेमाल
मंदिर के अंदर एकत्रित भीड़ को बाहर निकालने के लिये पूर्व की ही तरह मंदिर परिसर को बंद किया जायेगा। सुरक्षाकर्मियों से काम लेने की जगह इसको बंद करने का फार्मूला अपनाया जायेगा। इससे मंदिर प्रशासन भीड़ को नियंत्रित करने से मुक्त हो जायेगी। हर बार यही किया जाता है कि जब भीड़ बढ़ती है तो मंदिर के अधिकारी मंदिर परिसर को बंद करवा कर भीड़ नियंत्रण करते हैं।
100 टिकट अधिक कटीं
शनिवार तक गर्भगृह से 750 रु. की टिकट से दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 650 तक पहुंच रही थी। वहीं रविवार को इसमें 100 टिकट का इजाफा दोपहर 1 बजे तक हो गया। श्रद्धालुओं को दोपहर 12 बजे तक टिकट का वितरण टिकट विंडो से किया गया। प्रभारी वीरेन्द्र शर्मा ने बताया कि आज भीड़ का दबाव अधिक था। ऐसे में 750 टिकट कटवा कर श्रद्धालुओं ने भगवान के निकट से दर्शन किये।
बड़ा गणेश मंदिर क्षेत्र में भीड़ की रेलमपेल
रविवार होने के कारण उमड़ी भीड़ का दबाव बड़ा गणेश मंदिर क्षेत्र में सर्वाधिक रहा। दिन होने के कारण हालांकि महाकाल लोक में श्रद्धालुओं की संख्या इतनी अधिक नहीं थी, जितनी कि बड़ा गणेश मंदिर क्षेत्र में रही। सामने की सडक़ पर भीड़ का सैलाब उमड़ा हुआ था। सडक़ पर यातायात प्रीपेड बूथ से लेकर अन्नक्षेत्र तक भीड़ ही भीड़ दिखाई दे रही थी।