उज्जैन, अग्निपथ। उत्तराखंड देव भूमि हरिद्वार में पारम्परिक लाठी खेल महासंघ भारत के द्वारा राष्ट्रीय लाठी खेल चैम्पियनशिप का आयोजन किया गया। जिसमे मध्यप्रदेश, बिहार, पंजाब, यूपी, महाराष्ट्र, केरला आदि राज्यो के खिलाडिय़ों ने सहभागिता की। जिसमें सबसे अधिक मैडल प्राप्त कर मध्यप्रदेश सिरमौर रहा। जिसमें उज्जैन के खिलाड़ियों ने 57 स्वर्ण सहित 121 पदकों जीते।
कार्यकारी अध्यक्ष अरविंद जोशी ने बताया कि उज्जैन नगर के 57 खिलाडिय़ों ने इस तीन दिवसीय प्रतियोगिता में भाग लिया। इन्होंने लाठी प्रतीयोगिता की चारों विधाओं में 57 गोल्ड, 50 सिल्वर तथा 14 ब्रॉन्ज़ मैडल प्राप्त किये। टेक्निकल डायरेक्टर रजनी नरवरिया और पवन के मार्गदर्शन में खिलाड़ीयों ने विजयश्री हांसिल की। इस चेम्पियनशिप में मध्यप्रदेश से द्रोणाचार्य अवार्डी मनोज दुबे, मध्यप्रदेश संघ के सचिव राहुल दुबे ने दल का प्रतिनिधित्व किया। खिलाडिय़ों के उत्कृष्ट प्रदर्शन कर उज्जैन लौटने पर विशाल राजोरिया, अनिल धर्में, शैलेन्द्र व्यास स्वामी मुस्कुराके, विजय दीक्षित ने खिलाडिय़ों को बधाई प्रेषित की तथा कहा कि खिलाडिय़ों की लगन और मेहनत ने आज उन्हें इस मुकाम पर पहुंचाया।
पदक जीते बच्चों का सम्मान
हरिद्वार में आयोजित परंपरागत राष्ट्रीय लाठी कला प्रतियोगिता में उज्जैन के बच्चों द्वारापदक जीत कर उज्जैन का नाम रोशन किया है।उनकी इसी प्रतिभा का सम्मान करते हुए राणा राजपूत समाज द्वारा बच्चों का सम्मान समारोह का कार्यक्रम रखा गया। समाज अध्यक्ष अंबा शंकर गहलोत एवं समाज के सचिव ललित कुमार गहलोत द्वारा बताया गया कि हरिद्वार में आयोजित परंपरागत राष्ट्रीय लाठी कला प्रतियोगिता में राणा राजपूत समाज के 13 बच्चों ने लाठी युद्ध, एक लाठी, दो लाठी एवं पट्टे बाजी समाज का नाम रोशन किया है एवं समस्त बच्चों द्वारा कुल 120 पदक प्राप्त किये।
गणेश अखाड़ा के संयोजक अनिल धर्मे ने जैसे ही बताया तो समाज द्वारा निर्णय लिया गया कि समस्त बच्चों- उनके अभिभावकों का भी सम्मान किया जाएगा। इसके लिए समाज द्वारा समस्त प्रतिभावान चाली बच्चों के अभिभावकों को राणा राजपूत धर्मशाला में बुलाकर सम्मानित किया गया। साथ ही द्रोणाचार्य के रूप में परंपरागत राष्ट्रीय लाठी कला फेडरेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरविंद जोशी, नगर गणेश अखाड़ा एवं भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अनिल धर्मे, लाठी कला मध्य प्रदेश उज्जैन जिला एवं पूर्व राष्ट्रीय स्वीमिंग खिलाड़ी रजनी नरवरिया एवं नगर गणेश अखाड़ा के कोच पवन पंवार का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम का आकर्षण का केंद्र बिंदु रीता नरवरिया रही, जिन्होंने 45 वर्ष की उम्र में भी 3 गोल्ड मेडल जीतकर यह दिखाया कि यदि हौसला हो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं होता है। साथ ही 4.5 वर्षीय बच्ची छवि दीक्षित रही, जिन्होंने इतनी ठंड रहते हुए भी हौसला नहीं खोया।
अध्यक्षता अंबाशंकर गेहलोत ने की। कार्यक्रम संचालन निलेश हरिलाल कोशिशा ने किया। आभार कान्हा गेहलोत ने माना। मुख्य अतिथि के रूप में समाज के सचिव ललित कुमार गेहलोत, वरिष्ठ समाज सेवी सेवाराम गेहलोत, भाजपा विक्रमदित्य मंडल, सोशल मीडिया के प्रभारी रूपसिंह गेहलोत, भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के जिला सह संयोजक अमित गेहलोत रहे। यह जानकारी राहुल गेहलोत ने दी।