कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों ने ली बैठक, कहा- ज्यादा रूपए वसूले तो होगी कार्यवाही
उज्जैन, अग्निपथ। इंदौर में जनवरी महीने में आयोजित होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन से ठीक पहले उज्जैन में प्रशासन ने ऑटो रिक्शा चालकों और होटल संचालको पर नकेल कसना शुरू कर दिया है। दोनों ही वर्गो से जुड़े लोगों को हिदायत दी गई है कि यदि उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं से तय दाम से अधिक रूपए वसूले तो अंजाम ठीक नहीं होगा। इसके अलावा सभी को श्रद्धालुओं के साथ अच्छा व्यवहार करने को कहा गया है।
महाकाल महालोक लोकार्पित होने के बाद से ही उज्जैन में श्रद्धालुओं की संख्या काफी बढ़ गई है। इसके साथ ही होटलों पर और ऑटो रिक्शा चालकों द्वारा भी ज्यादा रूपए वसूलने और बाहरी लोगों से अभद्रता से पेश आने की शिकायतों में भी इजाफा हुआ है। गुरूवार को कलेक्टर आशीष सिंह, एडीएम संतोष टेगौर, नगर निगम आयुक्त रोशन कुमार सिंह और आरटीओ संतोष मालवीय ने विक्रम कीर्ति मंदिर में ऑटो रिक्शा चालकों और होटल संचालकों के साथ बैठक की। इस बैठक में सभी को बताया गया कि उज्जैन में ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा एवं मैजिक जैसे सार्वजनिक परिवहन के संसाधनों का उपयोग न केवल प्रदेश व देश के बल्कि विदेशों से आने वाले तीर्थ यात्री भी अक्सर करते हैं। बाहर से आने वाले अतिथि की सबसे पहले मुलाकात रिक्शा एवं ऑटो रिक्शा संचालकों से होती है और इन्हीं के व्यवहार के आधार पर वे शहर की छवि बनाते हैं।
कलेक्टर ने दिए ये निर्देश
- ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा एवं मैजिक संचालक उज्जैन आने वाले अतिथियों से मृदु व्यवहार करें, जय महाकाल के उद्घोष के साथ उनका अभिवादन करें व उन्हें होटल व मन्दिर के लिये नियत स्थानों के पास ले जाकर उचित किराया लेकर उन्हें पहुंचायें।
- जनवरी माह में इन्दौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन, ग्लोबल समिट एवं जी-20 सम्मेलन होने जा रहे हैं, इस कारण से बड़ी संख्या में विदेश एवं देश के विभिन्न क्षेत्रों से यात्रीगण महाकाल महालोक को देखने एवं भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिये पहुंचेंगे।
- यह अवसर विश्वभर में उज्जैन की अच्छी छवि पहुंचाने का दुर्लभ अवसर है। कलेक्टर ने कहा कि उज्जैन के अतिथि सत्कार की छवि को उज्ज्वल बनाने में सार्वजनिक परिवहन के चालकों का बड़ा महत्व है।
- हमारा प्रयास होना चाहिये कि बाहर से आने वाले अतिथियों के जेहन में उज्जैन की अच्छी छवि उभरे, जिससे यहां आने वाले लोग उज्जैन के अतिथि सत्कार परम्परा एवं मालवा की संस्कृति के बारे में अच्छी सोच लेकर जायें।
- सतर्क रहकर आदर एवं सम्मान के साथ लोगों के साथ पेश आना है। प्रत्येक रिक्शा चालक को लेमिनेटेड पुस्तक दी जायेगी, जिसमें उज्जैन के प्रमुख दर्शनीय स्थलों, उनके महत्व, श्री महाकालेश्वर मन्दिर एवं श्री महाकाल महालोक के बारे में विवरण होगा।
- सभी रिक्शा चालकों एवं ई-रिक्शा चालकों से अनुरोध किया है कि वे आने वाले आगन्तुकों को उक्त पुस्तिका का अवलोकन अवश्य करवायें।