साढ़े आठ लाख के जेवरात चुराने के आरोप में नौकरानी भी धराई,दोनों को जेल भेजा
उज्जैन,अग्निपथ। चिमनगंज क्षेत्र में पिछले माह हुई दो चोरियों का शुक्रवार को एएसपी अभिषेक आनंद ने खुलासा कर दिया। मंदिर में प्रतिमा और आभूषण चुराने के आरोप में पूर्व पुजारी पकड़ाया है। वहीं घर से साढ़े आठ लाख के गहने चोरी करने वाली नौकरानी निकली। दोनों को चिमनगंज पुलिस ने माल बरामद कर जेल भेज दिया।
मंगलनाथ रोड़ स्थित रामानंद आश्रम में हनुमान मंदिर है। मु य महंत मुनिशरण त्योगी की अनुपस्थिति में 10 नवंबर को दोपहर में मंदिर से लड्डू गोपाल की तीन मूर्ति,गदा व करीब 1.50 लाख रुपए के आभूषण चोरी हो गए थे। महंत त्यागी ने मंदिर से निकाले गए पुजारी विकास पिता संतोष पांडे (21)यूपी स्थित प्रतापगढ़ हाल मुकाम सिंधी कॉलोनी पर शंका जाहिर की थी। मामले में पु ता जांच के बाद पुलिस ने विकास को पकड़ा। पुछताछ में उसने चोरी करबू लकर मुर्तियों के साथ शेष माल बरामद करवा दिया। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।
यूपी तक की खोजबीन
मुर्ति चोरी के संवेदनशील मामले को देखते हुए पुलिस ने वैज्ञानिक तरीके से खोजबीन कर रही थी। इसी दौरान बाहर से लौटकर आए महंत ने विकास को निकालना बताकर उस पर शंका जताई। जानकारी के बाद विकास को खोजने के लिए टीम यूपी तक गई। पता चला वह उज्जैन के अन्य मंदिर में पुजारी बन गया है। जानकारी के बाद उसे पकड़ा तो घर में ही चोरी का सामान मिल गया।
खुलासा -2
इंदिरा नगर निवासी रूची पति शैलेंद्र गांधी का 26 नवंबर को हीरे व सोने के गहने बेग में रखे और बेग उसी दिन दोपहर करीब 3 बजे बाथरूम से चोरी हो गया। दिन-दहाड़े करीब 8.30 लाख के गहने चोरी होने पर पुलिस ने खोजबीन की। सीसी टीवी फुटेज खंगाले तो गांधी की नौकरानी राजीव नगर निवासी संतोष पति जय संदेह के घेरे में आ गई। पुलिस ने निगरानी की तो पता चला वह गहने बेंचने का प्रयास कर रही है। इस पर उसे पकडक़र पूछताछ की तो वह टूट गई। पुलिस ने गहने बरामद कर जेल भेज दिया।
नौकरी छोडऩे से हुआ शक
पुलिस को सीसी टीवी फूटेज से पता चल गया था कि संतोष गांधी के घर गई थी। लेकिन चोरी के पुख्ता प्रमाण नहीं मिले थे। इसी बीच संतोष के नौकरी छोडऩे पर शक पुख्ता हो गया। मुखबिर पीछे लगाने पर उसके द्वारा गहने बेचने का प्रयास का पता चला तो उसे पकड़ा। सख्ती से पूछताछ में वह टूट गई और पूरे जेवरात मिल गए।
टीम को मिलेगा ईनाम
एएसपी आनंद ने बताया कि दोनों चोरी साईटिफिक तरीके से ट्रेस की गई है। इसका खुलासा कर आरोपियों को पकडऩे में सीएसपी सचिन परते, टीआई जितेंद्र भास्कर, एसआई करण कुंवाल, बबलेश कुमार, एएसआई देवीलाल मालीवाड़, प्रआ. शैलेष योगी, श्यामवरण गुर्जर, राजपाल यादव, रानी कौशिक हरेंद्रसिंह व आरक्षक पूजा शर्मा की मुख्य भूमिका रही है। टीम को एसएसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ईनाम देंगे।