धांधली पर डीआर ने किया जवाब तलब, वसूली की तैयारी
उज्जैन,अग्निपथ। तिरुपति सहकारी समिति की पूर्व अध्यक्ष ने धांधली के सारे रिकार्ड तोड़ दिए। उन्होंने सस्था का मकान पति को लीज पर दे दिया। संस्था में मोबाईल टॉवर के किराए में भी लाखों की गड़बड़ी सामने आने पर सहकारीता के उपपंजीयक ने पदाधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
डीआर मनोज गुप्ता ने बताया कि तिरुपति गृह निर्माण सहकारी साख संस्था की जांच में पता चला कि अध्यक्ष पूर्णिमा जीनवाल ने अध्यक्ष रहते हुए 3 जनवरी 2००2 में संस्था का फ्रीगंज स्थित बेशकीमती मकान पति राजेंद्र जीनवाल को मामूली लीज पर 30 साल के लिए दे दिया। बाद में अध्यक्ष बने अजीत शुक्ला ने भी संस्था की जमीन बेंच दी। धांधलियों को देखते हुए शुक्रवार को नोटिस जारी कर10 दिन में जवाब मांगा। आदेश का पालन नहीं होने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि संस्था में कम से कम 20 सदस्य होना अनिवार्य है, लेकिन तिरुपति 18 सदस्यों से ही चल रही है। इसलिए बोर्ड भंग कर परिसमापन का भी नोटिस दिया है।
टॉवर का किराया हजम
डीआर गुप्ता कहा कि शुरुआत में संस्था की जमीन पर लगे बीएसएनएल का किराया रिकार्ड में दर्शाया। बाद में टॉवर लगा होने के बावजूद 10 साल तक किराया का उल्लेख नहीं कर धांधली की है। गड़बडिय़ों को देखते हुए अध्यक्ष शुक्ला को 50 हजार रुपए वसूली का 10 दिन में जवाब नहीं देने पर विभाग सख्त कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा कि पदाधिकारियों को चार नोटिस जारी किए है।