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कार्रवाई करने गया प्रशासन खाली हाथ लौटा नहीं
धार, अग्निपथ। शहर में पतंगबाजी का जोश युवकों को ऐसा चढ़ा कि कल की आदर्श सडक़ घटना में एक युवक को 15 टांके आए। वहीं उस घटना के बाद प्रशासन भी जागा और कर्मचारी दुकानों पर पहुंचे मगर कर्मचारी को किसी दुकान पर चायना डोर हाथ नहीं लगी। जबकि शहर में कई दुकानों पर चायना डोर अब भी मिल रही है।
शहर के आदर्श सडक़ पर शनिवार शाम को युवक अनंतेश दुबे नायलोन धागे की चपेट में आने के कारण बुरी तरह घायल हुआ था। इस कारण अनंतेश को 15 टांके लगाए गए है। जिसका इलाज शहर के प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रहा है। जबकि इस तरह के कई केस शहरभर में देखने को आसानी से मिल रहे है। लोग धागे की चपेट में आने के कारण घायल हो रहे है। जैसे-जैसे मकर संक्रांति पास आती जा रही है ऐसे से दुर्घटना भी बढ़ती जा रही है क्योंकि चाइना डोर पर पाबंदी लगने के बावजूद शहर व जिलेभर में इसकी बिक्री धड़ल्ले से हो रही है।
कलेक्टर के आदेशों के बावजूद कार्रवाई खानापूर्ति हो रही है। इसी वजह से दुकानदार बेखौफ होकर चाइना डोर बेचते नजर आ रहे है। इससे इंसान की जान हर वक्त खतरे में रहती है। पता नहीं, कब चाइना डोर अपना शिकार बना ले। शहर में वर्षों से जमे पुलिस कर्मचारियों को भी इन चायना के धागे बेचने वालों का पता है मगर कार्रवाई के नाम पर बस खानापूर्ति करते नजर आते हैं।
शहर भर में घुमी टीम पर खाली हाथ..?
शहर में रविवार को भी यही आलम रहा। चौपाटी सहित रासमंडल, हटवाड़ा सहित अन्य स्थानों पर जहां प्रतिबंधित चाइनीज मांझे की बिक्री की सूचना मिली थी, वहां प्रशासन की टीम पहुंची। इस दौरान दुकान सहित गोडाउन और घर पर भी तलाशी की गई। लेकिन कहीं से भी चायना का धागा जब्त नहीं हुआ है। ऐसे में टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा है। बताया जा रहा है कि कार्रवाई की भनक लगने के कारण धागे को दुकानदारों ने ठिकाने लगा दिया है।
अभी भी हो रही बिक्री
नाम ना छापने की शर्त पर पतंग कारोबार से जुड़े लोग बताते हैं कि बाजार में बहुत सी दुकानों में चाइनीज डोर को बेचा जा रहा है। इस डोर बेचने का काम बड़ी होशियारी से किया जा रहा है। इसका भंडारण किसी अनजान जगह में किया जाता रहा है। फोर विलर व स्कूटर की डिक्कियों में चायना की डोर रखते हैं और ग्राहक के चाइना डोर की मांग करने पर निकालकर दे दिए जाता है।
शहर में कहीं दुकानदारों ने तो दूसरी जगह कमरे लेकर रख रहे व नायलोन की डोर कोई ग्राहक लेने आता है तो उससे पहले एडवांस पैसे ले लिए जाते हैं व बाद में एक व्यक्ति उनके साथ में जाकर डिलीवरी देता है। चायना के सौदा करने गलियों में ले जाया जाता है और फिर चाइना डोर का मांझा दे दिया जाता है। शहर भर की कई दुकानों पर चायना डोर बेची जा रही है।
लोग भी नहीं कर रहे परहेज
चाइना डोर खतरनाक है। इसकी जानकारी सभी को है बावजूद लोग इसका उपयोग बंद नहीं कर रहे हैं। दरअसल मजबूती के कारण लोग चाइना डोर खरीदते हैं। यह आसानी से टूटती नहीं है। जब यही डोर किसी व्यक्ति से लपेटती है तो मजबूती के कारण डोर तो नहीं टूटती लोग को घायल कर देती है। चाइना डोर पर रोक के लिए लोगों को ही आगे आकर इसका उपयोग बंद करना होगा जिसे दुर्घटना भी कम होगी