सख्ती के बावजूद रोक नहीं लग पा रही चायना मांझे पर
उज्जैन,अग्निपथ। सख्ती के बावजूद प्रतिबंधित चायना डोर का उपयोग रुक नहीं पा रहा है,जिसके कारण लगातार हादसे हो रहे है। रविवार को भी नानाखेड़ा क्षेत्र में ड्यूटी पर जा रहा नगर सैनिक चायना डोर की चपेट में आ गया। गला कटने से उसे गंभीर हालत में निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
हाथीपुरा निवासी सुजीत सिंह ठाकुर महिला थाने में पदस्थ है। रविवार दोपहर करीब 12 बजे वह बाइक से हरिफाटक की ओर ड्यूटी पर जा रहा था। इसी दौरान शांति पैलेस के समीप चायना डोर से उसका गला कट गया। पता चलते ही परिजनों ने उसे देसाईनगर स्थित श्रीजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया। यहां ठाकुर को गले में 10 टांके आने के कारण कारण भर्ती करना पड़ा। ठाकुर बोलने की स्थिति में नहीं है, लेकिन उनके साथी ने बताया कि ठाकुर की ड्यूटी सूरीनाम से आए राष्ट्रपति के कार्यक्रम में लगी थी और डयूटी पर जाते समय हादसा हुआ है।
इस वर्ष छटी घटना
गौरतलब है चायना डोर से हर साल दर्जनों लोग घायल होते है गत वर्ष 15 जनवरी को हरिफाटक ब्रिज पर स्कूटी सवार नेहा आंजना की चायना डोर से गला कटने के कारण मौत हो गई थी। तीन दिन पूर्व ही एक बालिका और युवक चायना डोर की चपेट में आकर घायल हुए है। इसी के साथ इस साल अब तक छह लोग चायना डोर की चपेट में आ चुके है।
दो के मकान तोड़े,एक दर्जन केस
प्रतिबंधित चायना डोर की बिक्री व उपयोग पर स ती से रोक लगाने के लिए पुलिस अभियान चला रही है। इसी के चलते अब तक करीब 500 गट्टे व चक्री पकडक़ पुलिस एक दर्जन लोगों पर केस दर्ज कर चुकी है। इनमें तीन लोग चायना डोर से पतंग उड़ाने वाले भी है। वहीं चायना डोर बेंचने पर श्रीराम नगर के हितेश भीमवानी व गांधीनगर के इकबाल के मकान जमींदोज किया जा चुके है।