बडऩगर, अग्निपथ। पंढरीनाथ कुंड स्थित राठौड़ समाज के राम मंदिर के मुख्य दरवाजे का ताला मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात को किसी ने तोड़ दिया। विवादित मंदिर में वर्षों से लगे ताले का टूटा देख राठौड़ समाज अध्यक्ष ने पुलिस को इसकी सूचना दी।
बुधवार सुबह मंदिर का ताला टूटा देख मोहल्ले के लोगों ने राठौड़ समाज के लोगों को सूचना दी। जिसके बाद क्षत्रिय राठौड़ (तेली) समाज ट्रस्ट अध्यक्ष नरेन्द्र पिता धूलजी राठौड़ ने पुलिस को की रिपोर्ट में बताया कि पंडरीनाथ कुण्ड स्थित राठौड़ समाज का राम मंदिर है। जो लगभग 7 साल से बंद है। उक्त मंदिर के संबंध में प्रकरण जिला न्यायाधीश बडऩगर के समक्ष विचाराधीन होने से समाज के लोगों द्वारा मंदिर में जाने का प्रयास नहीं किया गया। कोई अन्य व्यक्ति भी मंदिर के अन्दर प्रवेश करने का अधिकार नहीं रखता है।
अध्यक्ष ने बताया कि उपरोक्त मंदिर के आसपास मोहल्ले में रहने वाले लोगों ने मंदिर परिसर के मुख्य द्वार पर लगा ताला टूटा देखा तो सूचना दी। हम या हमारे सदस्यों द्वारा बगैर विधिक प्रक्रिया का पालन किये मंदिर परिसर में अन्दर जाने की कोशिश नही की गई है। किन्तु कतिपय लोगों द्वारा मंदिर का ताला तोड़ गृह अतिचार कर समाज के लोगों की भावनाओ को ठेस पहुंचाने का प्रयास किया गया है। अत: उक्त व्यक्तियों के विरुद्ध भा.द.वि. की समुचित धाराओं में दण्डात्मक तथा अन्य प्रतिबन्धात्मक कार्यवाही की जाऐ।
मंदिर में भगवान नहीं होती पूजा
पंढरीनाथ कुंड स्थित उक्त राम मंदिर के विवाद ग्रस्त होने के चलते मंदिर पर कई सालों से ताला लगा हुआ है। मंदिर में भगवान अंदर विराजमान है। जिनकी पूजा अर्चना भी नहीं हो पा रही है।