खरीदार से छिपकर मां को फोन पर खबर दी, तो गायब कर दिया
इंदौर, अग्निपथ। इंदौर की चिप्स कंपनी में काम करने आई 22 साल की आदिवासी युवती को 2 लाख रुपए में बेच दिया गया। युवती यहां बबलू नाम के युवक के संपर्क में आई, इसके बाद उसे गिरोह ने झांसे में ले लिया। बेचकर उसकी शादी करा दी। एक दिन युवती ने पति से छिपकर मां को फोन पर खबर दी, तब परिवार को घटना के बारे में पता चला। इसके बाद से ही युवती का पता नहीं चल पा रहा है।
परिजन ने इंदौर में ही रहने वाली जबलपुर की पूर्व ईसी सदस्य सुषमा डावर को इसकी जानकारी दी। अब सुषमा युवती की असली मां और भाई-बहन के साथ उसकी तलाश कर रही हैं। युवती धार जिले के जीराबाद क्षेत्र की रहने वाली है। वह 7 महीने पहले इंदौर आई थी।
युवती की बड़ी बहन बताती है कि इंदौर के द्वारकापुरी क्षेत्र में युवती किराए से रहती थी। इसी दौरान उसके संपर्क में बबलू आया।
बबलू ने उसे अपने झांसे में लिया और फिर अपने गिरोह के अन्य सदस्यों से भी मिलवाया। इसी दौरान बातचीत में सदस्यों ने यह बोलकर उसे फंसा लिया कि किसी अच्छे घर में उसकी शादी हो जाएगी, तो उसकी मां शादी के बोझ से मुक्त हो जाएंगी। युवती को इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि वे लोग उसका सौदा किसी सुरेश तिवारी (परिवर्तित नाम) से दो लाख रुपए में कर चुके हैं।
गिरोह के सदस्य ही बन गए नकली परिजन
बहन बताती है कि अच्छे घर में शादी करवाने का झांसा देकर जब गिरोह के सदस्य बबलू, पूजा, आपा, रईस ने उसे सुरेश तिवारी को बेचा, तो ये सब छोटी बहन के रिश्तेदार बन गए। बबलू भाई बना, रईस कार ड्राइवर बना, आपा और पूजा बहनें बन गईं। खुद को बेचे जाने का खुलासा तो तब हुआ, जब युवती ने झूठी शादी के बाद अपनी मां और परिवार से मिलने जाने की बात कही।
युवती ने जिद की, तो कर दिया कमरे में बंद
बहन ने बताया कि जब छोटी बहन ने अपने पति सुरेश से एक दिन परिवार के लोगों से मिलने जाने की बात कही, तो सुरेश ने यह कहकर इनकार कर दिया कि अब यही तेरा असली घर है। अगर तुझे अपने परिजन से मिलना है तो उनको यहीं पर बुला लो। सुरेश को लगा कि कहीं युवती भाग ना जाए, ऐसे में उसने युवती को कमरे में बंद कर दिया। पूजा और एक अन्य दलाल को युवती से मिलने के लिए बुला लिया।
सुरेश से परिजन ने बात की, तो बोला- 2 लाख दो, लडक़ी ले जाओ
बहन बताती है कि पूजा द्वारा दिए गए सुरेश के नंबर पर जब बात की, तो उसने साफ शब्दों में कह दिया कि उसने युवती को 2 लाख रुपए में खरीदा है। उतने पैसे उसे वापस कर दो और लडक़ी को ले जाओ। जब परिजन ने उससे युवती का पता पूछा और उससे बात कराने का कहा तो उसने फोन बंद कर लिया। इसके अलावा बबलू ने भी अपना फोन बंद कर रखा है। ऐसे में समाजसेविका डावर अब पुलिस की सहायता से युवती की तलाश कर रही हैं।
युवती इंदौर से नहीं, जीराबाद से गई है
दुारकापुरी थाने की टीआई अलका मोनिया का कहना है कि युवती के परिजन उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाने के लिए आए थे। युवती इंदौर से नहीं, बल्कि जीराबाद से गई है। इस मामले में बयान हो गए हैं। मामला धार जिले का है, तो वहीं पर कार्रवाई होगी। परिजन युवती के बेचे जाने की बात कर रहे हैं। इसके बारे में संबंधित थाने द्वारा जांच के बाद ही पता चल पाएगा।