कम्प्यूटर ऑपरेटर ने की गलती, सभामंडप से श्रद्धालु को पकड़ा
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मेें शुक्रवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन को पहुंचे। इस दौरान 250 रु. की ऑनलाइन टिकट काटने की जगह काउंटर पर बैठी कम्प्यूटर ऑपरेटर ने श्रद्धालु को 750 रु. की गर्भगृह प्रवेश की टिकट थमा दी। बाद में रुपये देखे तब कहीं जाकर गलती का एहसास हुआ और श्रद्धालु को पकड़ कर उससे टिकट वापस ली गई।
शुक्रवार की सुबह प्रोटोकाल आफिस में स्थित 750 रु. गर्भगृह दर्शन टिकट काउंटर से 250 रु़. शीघ्र दर्शन टिकट भी दिये जाते रहे। यह व्यवस्था महाकालेश्वर मंदिर प्रशासन ने हाल ही में शुरु की है। दोनों टिकटों का भौतिक सत्यापन होने के बाद ही टिकट दिया जा रहा है। आफलाइन टिकट रसीद कट्टा खत्म होने के बाद 250 रु. का ऑनलाइन टिकट काउंटर से दिया जा रहा था। इतने में एक श्रद्धालु आया और उसने काउंटर पर बैठी कम्प्यूटर ऑपरेटर अक्षिता से 250 रु. शीघ्र दर्शन टिकट मांगा। अक्षिता ने उसको 750 रु. का टिकट बना कर दे दिया।
आफलाइन टिकट रसीद कट्टे हुए खत्म
जानकारी में आया है कि प्रोटोकाल कार्यालय से प्रदान की जाने वाली आफलाइन टिकट खत्म हो गई थी। रसीद कट्टे भी समय पर नहीं भिजवाये गये। लिहाजा ऑनलाइन 250 रु. टिकट व्यवस्था शुरु की गई। कम्प्यूटर ऑपरेटर 750 रु. की टिकट बनाने में ही प्रशिक्षित थी। लिहाजा उसने 250 रु. की जगह 750 की टिकट श्रद्धालु को दे दी।
सभामंडप से पकड़ कर लाये
काउंटिंग करने में जब 500 रु. कम पड़े तब समझ में आया कि 250 रु. की जगह 750 रु. का टिकट श्रद्धालु को पकड़ा दिया गया है। कैश काउंटर कर्मी राजेन्द्र कौशल और मनीषा ने रुपये गिने तो कम पड़े। लिहाजा श्रद्धालु को पकडऩे के लिये कैश काउंटर कर्मी राजेन्द्र कौशल उसका पीछा करते हुए सभामंडप तक पहुंच गये और उससे टिकट वापस लेकर आये। इसकी जगह उसको 250 रु. का टिकट दिया गया।