अगस्त के आखिरी सप्ताह में हो सकता है ट्रायल रन
इंदौर, अग्निपथ। इंदौर में मेट्रो ट्रेन का ट्रायल इसी साल 6 महीने बाद यानी अगस्त महीने के आखिर तक करने की तैयारी है। ट्रायल के लिए सुपर कॉरिडोर पर 5 किलोमीटर का प्रायोरिटी कॉरिडोर तैयार किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि अगले महीने 15 फरवरी के बाद पटरियों की खेप आ जाएगी। इसी के साथ पटरियां बिछाने का काम भी शुरू हो जाएगा।
समय पर काम पूरा हो सके इसलिए जनवरी महीने में काम की रफ्तार लगभग दो गुना तक हो गई है। प्रायोरिटी कॉरिडोर से जुड़े करीब 90 प्रतिशत सिविल कार्यों की ड्रॉइंग और डिजाइन को अंतिम रूप देकर ठेकेदारों को उसका जिम्मा सौंप दिया है। मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के अधिकारियों के अनुसार संभवत: 15 फरवरी के बाद जिंदल स्टील एंड पॉवर लिमिटेड द्वारा रेलवे ट्रैक की पहली खेप भिजवा दी जाएगी।
इसके बाद जिन फर्मों को पटरियां बिछाने का काम दिया है, वे प्रायोरिटी कॉरिडोर और डिपो में पटरियां बिछाने का काम शुरू करेंगी। भोपाल में एलएंडटी व इंदौर में आईएससी और टैक्समाको जेवी को पटरियां बिछाने का टेंडर मिला है।
हाल ही में किया एमडी ने निरीक्षण
कुछ समय पहले मप्र मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के एमडी मनीष सिंह ने इंदौर के गांधीनगर में बन रहे मेट्रो डिपो का निरीक्षण किया था। इस दौरान कार्य में लापरवाही पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए सीनियर डीसीएम श्रवण बालेम को फटकार लगाई थी। सिंह ने लगभग ढाई घंटे से अधिक समय तक दौरा किया था। इतना ही नहीं डिपो में सामान सप्लाई करने वाले वेंडरों से सीधे फोन कर उन्होंने चर्चा की और कहा कि आप किसी भी तरह की परेशानी में सीधे मुझे कॉल करें। अब हमारे पास कम समय है। अफसरों को भी उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि हर हाल में अगस्त महीने के आखिर तक मेट्रो का ट्रायल करना है। लिहाजा तेजी के साथ काम को पूरा करवाया जाए। किसी भी अधिकारी की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
गांधीनगर में बन रहा है डिपो
मेट्रो ट्रेन के संचालन और रखरखाव के काम के लिए डिपो का निर्माण तेजी से चल रहा है। गांधीनगर में डिपो बनाया जा रहा है। मेट्रो को डिपो के अंदर तक ले जाने के लिए लैंडिंग वे का काम भी जारी है। इसके माध्यम से ही मेट्रो ट्रेन डिपो में प्रवेश करेगी और बाहर स्टेशन तक पहुंचेगी। अधिकारियों के अनुसार गांधीनगर स्टेशन इंदौर का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण स्टेशन रहेगा। यहां तीन लाइन मेट्रो ट्रेन के लिए रहेगी, दो लाईन से ट्रेन अपने रूट पर जाएगी और तीसरी से डिपो में आना-जाना करेगी।