उज्जैन, अग्निपथ। देश सहित विदेश के श्रद्धालुओं में महाकालेश्वर मंदिर में होने वाली भस्मारती का इतना आकर्षण है कि वह खुद की दलालों के चंगुल में फंस जाते हैं। ऐसा ही एक मामला रविवार को प्रकाश में आया है, जब जयपुर से आये दो श्रद्धालुओं से भस्मारती कराने के नाम पर बड़ी रकम ठग ली गई।
श्रद्धालुओं ने इसकी शिकायत प्रशासक से की है। महाकाल थाने में उनकी शिकायत करने के बाद पंडित को तलब किया गया है।
जयपुर झोटवाड निवासी ईशा शर्मा अपने परिवार के साथ रविवार की अलसुबह की भस्मारती करवाने के लिये आई थी। उनको शिव शर्मा नाम के पंडित का नंबर मिल गया। जिससे उनको भस्म आरती के दर्शन हो सकें तथा जल अभिषेक हो सके। ईशा शर्मा ने शिकायत में बताया कि शिव शर्मा ने उनसे शनिवार 28 जनवरी को उनकी और रवि नाटानी के आधार कार्ड की फोटोकॉपी मंगवाई। उस समय उन्होंने पैसों की कोई मांग नहीं की तथा रात में 2 बजे 5 नंबर गेट पर मिलने को कहा। वहां पर उन्होंने उनके मोबाइल फोन रखवा लिये और उनसे दर्शन तथा जल अभिषेक के नाम पर 4300 रु. ले लिए और दर्शन भी अच्छे से नहीं हो पाए।
पंडित शर्मा का मोबाइल नंबर 98266 72089 है। उन्होंने मंदिर प्रशासक के नाम पर दिये गये शिकायती आवेदन में कार्रवाई कर उनकाे अवगत करवाने की बात भी कही।
आनलाइन आवेदन के लगते हैं 200 रु
श्रद्धालु यदि आनलाइन भस्मारती आवेदन करता है तो प्रति व्यति 200 रु. शुल्क भरना पड़ता है। मंदिर में ढेरों पंडे पुजारी भस्मारती परमीशन करवाते हैं। उनसे शुल्क भी वसूला जाता है। लेकिन यदि कोई अधिक पैसा लेने की शिकायत मंदिर प्रशासन को करता है तो उसपर कार्रवाई भी हो जाती है।
शिव शर्मा ने कहा- 2100 रु. वापस लौटाये
इधर पंडित शिव शर्मा ने दैनिक अग्निपथ संवाददाता को बताया कि उन्होंने अपने पुत्र दीपक शर्मा से भस्मारती अनुमति करवाई थी। मैंने 1400 रु. पंडित के, 1500 रु. जलाभिषेक के और 150 रु. धोती के लिये लिये थे। महिला समाज की होने के कारण मैंने उनसे 3100 रु. लिये थे। लेकिन वह रात में मेरे हाथ में पैसे रख गई थीं। जोकि 4300 रु. नहीं 4100 रु. थे। रविवार को 11 बजे मेरे पास फोन आया तो मैंने 2100 रु. उनको वापस लौटा दिये थे।