7 फरवरी की जगह 18 के बाद खुलेगा, 14 की जगह 20 जनवरी से फार्म सबमिशन
उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में इस बार सिक्यूरिटी के टेंडर पर सभी लोगों की निगाहें टिकी हुई हैं। बमुश्किल दो वर्ष बाद इसके टेंडर किये जा गये। 7 फरवरी को टेंडर की तकनीकी और फायनेंशिल बीड़ खोलकर इसको फायनल किया जाना था। लेकिन महाशिवरात्रि पर्व नजदीक होने से अब पर्व के पश्चात टेंडर खोला जायेगा।
फिलहाल कृष्णा सिक्यूरिटी एंड लेबर सप्लाई (केएसएस) कंपनी के पास सिक्यूरिटी का टेंडर है। उनको यह टेंडर 18 महीने पहले दिया गया था। हालांकि उस दौरान मौखिक आदेश पर टेंडर सफाई का कार्य संभालने वाली केएसएस कंपनी को दे दिया गया था। लेकिन 20 दिसम्बर को इसके टेंडर फिर से जारी किये गये थे। इसमें दिल्ली, लखनऊ, भोपाल से लेकर स्थानीय सिक्यूरिटी कंपनियों ने भी भाग लिया है।
केएसएस कंपनी ने भी दूसरी अन्य कंपनी के साथ टाईअप कर टेंडर में भाग लिया है। हालांकि इसके पत्ते अभी तक केएसएस कंपनी ने नहीं खोले हैं कि उसने किस दूसरी कंपनी के साथ टाईअप किया है। टेंडर शर्तों के मुताबिक दो कंपनियां मिलकर टेंडर में भाग ले सकती हैं। केएसएस कंपनी का इतना टर्न ओवर नहीं है। लिहाजा उसको दूसरी कंपनी के साथ टाईअप करना पड़ा है।
पहले 7, अब 22 फरवरी
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा जो टेंडर जारी किया गया है। यह दो वर्ष के लिये 20 करोड़ रुपये का है। अर्नेस्ट मनी 30 से 40 रुपये कर दी गई है। वहीं जो फार्म पहले 15 हजार रुपये का था, वह अब 50 हजार रुपये का जारी किया गया है। महाकाल लोक की सुरक्षा संभालने के लिये 17 करोड़ रुपये अतिरिक्त व्यय किये जायेंगे। वहीं जिस टेंडर की फायनल बीड 7 फरवरी को खोली जाना थी। उसका डेट आगे बढ़ाकर महाशिवरात्रि पर्व के बाद 22 फरवरी कर दी गई है।
राजतंत्र भी कर रहा हस्तक्षेप
जानकारी में आया है कि सिक्यूरिटी के टेंडर के लिये सत्ता पक्ष से जुड़े मंत्रियों से लेकर अन्य पदाधिकारी भी अपनी चहेती कंपनी को टेंडर दिलाने में लगे हुए हैं। इनमें भोपाल के कद्दावर नेताओं के नामों की चर्चा भी चल रही है। यूपी सत्तापक्ष से भी टेंडर को लेकर जोर आजमाइश की जा रही है।