ज्यूडिशियल-पुलिसकर्मियों ने नई व्यवस्था के प्रति की आस्था प्रकट
उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में अलसुबह भस्मारती के बाद प्रोटोकाल के तहत 350 दर्शनार्थियों ने भगवान महाकाल के गर्भगृह से दर्शन किये। यह पहली बार है कि जब नई व्यवस्था के तहत इतनी बड़ी संख्या में अलसुबह ही प्रोटोकाल के तहत 750 रु. गर्भगृह दर्शन की टिकट कटवा कर किये गये हों। इनमें ज्यूडिशियल और पुलिसकर्मी परिवार भी शामिल रहे।
सुबह 6 बजे भस्मारती समाप्त होने के बाद इसमें शामिल हुए ज्यूडिशियल, पुलिसकर्मी और वीआईपी गर्भगृह से दर्शन करना चाहते थे। बकायदा उनको प्रोटोकाल देते हुए 750 रु. की टिकट काटकर उनको गर्भगृह से दर्शन करवाये गये। यह पहली बार है कि जब गर्भगृह से दर्शन के लिये इतनी बड़ी संख्या में अलसुबह ही प्रोटोकाल देते हुए गर्भगृह से दर्शन करवाये गये।
नंदीहाल से कराये गये दर्शन
दोपहर करीब 1 से 2 बजे के बीच 20 की संख्या में प्रोटोकाल से नंदीहाल में दर्शन करने को आये श्रद्धालुओं ने दर्शन किये। मीडिया में प्रचारित प्रसारित किया गया कि उनको गर्भगृह से भी दर्शन करवाये गये। इस मामले में नंदीहाल निरीक्षक शुभम गौड़ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं को गर्भगृह से नहीं नंदीहाल से ही दर्शन करवाये गये। इनमें एक श्रद्धालु भगवान महाकाल के गर्भगृह की दहलीज तक जाने की जिद कर रहा था। लेकिन उसको रोका गया तो इस तरह का प्रोपोगंडा उसके द्वारा किया गया है। बताया जाता है कि किसी ने शुभम गौड़ पर 2 हजार रुपये लेकर गर्भगृह में दर्शन करने की बात मीडिया में प्रचारित प्रसारित कर दी थी।