महीनों से लापता, महाशिवरात्रि पर्व के निरीक्षण में भी नदारद
उज्जैन, अग्निपथ। भगवान महाकाल के आंगन मेें आज से शिवनवरात्रि पर्व शुरु हो गया है। प्रतिदिन जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मंदिर पहुंचकर महाशिवरात्रि पर्व के लिये व्यवस्थाओं की निगाहबानी कर रहे हैं। लेकिन भीड़ नियंत्रण के आदेश का पालन करने वाला अधिकारी ही मंदिर से महीनों से नदारद है। ऐसे में मंदिर की सुरक्षा संभालने वाले होमगार्ड सैनिक और सुरक्षाकर्मी किस के आदेश पर पर्व के दौरान भीड़ नियंत्रण का पालन करेंगे। यह समझ से परे है।
महाकालेश्वर मंदिर में आज से शिवनवरात्रि पर्व शुरु हो गया है। पूरे नौ दिन बाबा महाकाल का सुबह से लेकर शाम 5 बजे तक अभिषेक पूजन चलेगा। 18 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जायेगा। जिसमें 7 लाख दर्शनार्थियों के आने का अनुमान लगाया गया है। ऐसे समय भीड़ नियंत्रण सबसे अहम मुद्दा होगा।
महाकालेश्वर मंदिर के 300 से अधिक सुरक्षाकर्मी और होमगार्ड सैनिक मुख्य रूप से भीड़ नियंत्रण में सहभागी बनेंगे। हालांकि बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी यहां पर लगाये जायेंगे। ऐसे में ऐन जरूरत पर सुरक्षा प्रभारी का होना अति आवश्यक रहेगा। सुरक्षा प्रभारी ही फील्ड में रहकर सुरक्षाकर्मियों से भीड़ नियंत्रण करायेंगे। लेकिन मंदिर के सुरक्षा प्रभारी दिलीप बामनिया महीनों से महाकालेश्वर मंदिर में दिखाई नहीं दे रहे हैं।
अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान भी नदारद
महाकालेश्वर मंदिर में जोरदार ढंग से महाशिवरात्रि पर्व की तैयारियां चल रही हैं। प्रतिदिन कलेक्टर, प्रशासक सहित अन्य अधिकारी तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। लेकिन इस दौरान इन अधिकारियों के साथ जहां सुरक्षा प्रभारी को रहना चाहिये, वहां पर केवल क्यूआरटी सुरक्षाकर्मी ही दिखाई दे रहे हैं।
जबकि सुरक्षा प्रभारी को इस दौरान भीड़ नियंत्रण के प्रत्येक पाइंट की जानकारी होना आवश्यक है। सुरक्षा प्रभारी सुरक्षाकर्मियों की परेड के दौरान भी नजर नहीं आ रहे हैं। ऐसे में वह कहां पर अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। यह पता करने वाली बात होगी। क्योंकि उनको मंदिर में सुरक्षा प्रभारी के तौर पर पदस्थ किया गया है।
वीआईपी कंटेनर के पीछे गंदगी
महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व की तैयारियां तो चल रही हैं। जिसके तहत साफसफाई का कार्य तेजी से किया जा रहा है। लेकिन कोटितीर्थ कुंड के पास स्थित सोला बदलने का वीआईपी कंटेनर से मूत्र की गंदगी निकल कर प्रवेश बेरिकेड्स की सडक़ तक पहुंच रही है। यहां पर आज तक सफाई का कार्य नहीं किया गया है।