आरपीएफ और मुंबई क्राइच ब्रांच ने आरोपी को ट्रेन से पकड़ा
नागदा, अग्निपथ। मुंबई क्राईम ब्रांच और आरपीएफ नागदा की संयुक्त टीम ने सोमवार की रात हत्या के आरोपी को पकडऩे में सफलता हासिल की। मंगलवार की दोपहर में क्राइम ब्रांच के चार सदस्यों की टीम आरोपी को मुंबई के लिए लेकर रवाना हो गई।
मुंबई के नालासोपारा क्षेत्र निवासी हार्दिक शाह पिता राजेश शाह उम्र 28 वर्ष ने पत्नी मेघा जोरट की हत्या 11 फरवरी को करने के बाद एक
दिन के लाश के साथ ही घर में सोया और इसके बाद घर से फरार हो गया। फ्लेट मालिक संजीव पिता रामस्वरूप ठाकुर ने संबंधित थाना क्षेत्र की पुलिस को दुर्गंध आने की शिकायत की, पुलिस ने फ्लेट का ताला तोडक़र देखा तो उसमें मेघा जोरट की लाश मिली।
पश्चिम एक्सप्रेस से नागदा में पकड़ाया
13 फरवरी की रात्रि लगभग दस बजे क्राईम ब्रांच वसई के प्रभारी साहूराज रानावरे ने नागदा आरपीएफ टीआई अवधेशकुमार पाण्डेय को सूचना दी कि पश्चिम एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 12925 से हत्या का आरोपी राजेश शाह भाग रहा है। रात्रि में ट्रेन के नागदा प्लेटफार्म पर पहुंचने पर टीआई पाण्डेय से आरपीएफ के फोर्स के साथ सर्चिंग अभियान चलाया, जिसमें आरोपी सामान्य कोच की ऊपरी बर्थ में संदिग्ध अवस्था में मिला। जिसका फोटो क्राइच ब्रांच को भेजकर वैरिफिकेशन किया। आरोपी को ट्रेन से उतारकर हिरासत में लिया, मंगलवार की दोपहर में क्राइच ब्रांच के संजय नवेल, प्रधान आरक्षक रमेश हलदार, अयूष कर्रे, विनायक रावत देहरादून एक्सप्रेस ट्रेन से नागदा पहुंचे। आरपीएफ पुलिस ने आरोपी हार्दिक को क्राईम ब्रांच मुंबई के सुपुर्द कर दिया है।
एक वर्ष पहले हुआ था विवाह
क्राइम ब्रांच के नवेल ने बताया कि हार्दिक और मेघा का लगभग एक वर्ष पहले विवाह हुआ था, हार्दिक बेरोजगार था, जबकि मेघा नर्स थी। बेरोजगारी के कारण मेघा और हार्दिक में विवाद होता रहा था, जिसके कारण हार्दिक ने 11 फरवरी की रात्रि में मेघ की गला दबाकर हत्या कर दी, हत्या के बाद हार्दिक एक दिन तक लाश के साथ घर में ही रहा और इसके बाद ट्रेन से फरार हो गया। नागदा स्टेशन पर हत्या के आरोपी को पकडऩे में टीआई पांडेय, एसआई स्मिता सोमकुंवर, प्रधान आरक्षक राजेंद्रसिंह, आरक्षक शिवचरण लाल, हीरालाल मीणा, अपराध शखा रतलाम के आरक्षक जितेंद्र जाट का योगदान रहा।