शिप्रा तट पर 18 लाख 82 हजार 229 दीप प्रज्वलित
उज्जैन, अग्निपथ। महाशिवरात्री पर्व की संध्या पर उज्जैन में नया वर्ल्ड रिकार्ड बन गया है। शनिवार की शाम शिप्रा तट पर 18 लाख 82 हजार 229 दीप प्रज्वलित हुए है। किसी एक शहर में एक स्थान पर सबसे ज्यादा दीप प्रज्वलन का रिकार्ड पिछले साल नवंबर में दीपावली के अवसर पर अयोध्या में बनाया गया था। अयोध्या में 15 लाख 76 हजार दीपक जलाए गए थे।
पिछले लगभग एक महीने से शिप्रा तट के 6 घाटो पर दीप प्रज्वलन का रिकार्ड बनाने की तैयारी की जा रही थी। शनिवार की शाम यह मेहनत सफल हो गई। इस पूरे आयोजन में लगभग 20 हजार वालिएंटर्स जुटे थे। दीप प्रज्वलन की काउंटिंग के बाद रात करीब 8.15 बजे गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के एक्जिक्यूडिकेटर स्वप्निल डांगरेकर और कंसलटेंट एजेंसी कैमिज कलेक्ट के निश्चल बारोठ ने उज्जैन में नया वर्ल्ड रिकार्ड स्थापित होने की घोषणा की।
शाम 5.30 बजे उज्जैन पहुंचे मुख्यमंत्री
दीप ज्योति अर्पणम कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शाम 5.30 बजे उज्जैन पहुंच गए थे। हेलिपेड पर पूर्व केंद्रीय मंत्री डा. सत्यनारायण जटिया, उच्चशिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव, विधायक बहादुर सिंह चौहान, महापौर मुकेश टटवाल आदी ने हेलिपेड पर मुख्यमंत्री की अगवानी की। मुख्यमंत्री श्री चौहान धर्मपत्नी साधना सिंह चौहान के साथ उज्जैन आए थे। उज्जैन पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री सबसे पहले महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने नंदी हॉल से ज्योर्तिलिंग महाकालेश्वर भगवान के दर्शन किए। मंदिर से दर्शन के उपरांत वे सीधे राम घाट पर पहुंचे और शिव ज्योर्ति अर्पणम कार्यक्रम में शामिल हुए।
दीप प्रज्वलन में लगा 30 मिनिट का वक्त
शिप्रा तट के 6 घाटो पर शाम ठीक 7 बजे से दीप प्रज्वलन आरंभ हो गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी सपत्निक दीप प्रज्वलित किए। दीप प्रज्वलन के कार्य के लिए 10 मिनिट का वक्त निर्धारित किया गया था लेकिन इस कार्य के पूरा होने और वालिएंटर्स के ब्लॉक के बीच से हटने के बीच करीब 30 मिनिट का वक्त लगा।
लाईट बंद होते ही शुरू हुई काउंटिंग
शाम ठीक 7.30 बजे शिप्रा तट के सभी घाटों की एक साथ लाईटे बंद करवा दी गई थी। गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के एक्जिक्यूटिव ऑफिसर स्वप्निल डांगरेकर ने दीप प्रज्वलन की काउंटिंग की अधिकृत घोषणा की। वर्ल्ड रिकार्ड की टीम ने एनाउंस के साथ ही ड्रोन के जरिए काउंटिंग शुरू कर दी थी। काउंटिंग में करीब 10 मिनिट का वक्त लगा।
नाव में बैठकर अभिवादन करने निकले मुख्यमंत्री
शाम 7.40 बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राणोजी की छत्री के ठीक सामने से सपत्निक नाव में सवार हुए। मुख्यमंत्री के साथ उच्चशिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव भी नाव में सवार थे। मुख्यमंत्री की नाव शिप्रा तट के दोनों ओर घूमते हुए पहुंची। नाव में बैठे मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्वलन का नजारा भी देखा साथ ही वालिएंटर्स का अभिवादन भी किया। नाव से ही मुख्यमंत्री ने रामघाट से भूखी माता घाट की ओर भी पहुंचकर वालिएंटर्स का अभिवादन किया।
विश्व का सबसे बड़ा जिरो वेस्ट इवेंट
उज्जैन ने विश्व के सबसे बड़े जिरो वेस्ट इवेंट का भी गौरव हांसिल किया है। शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम में जितने भी दीप लगे है, उन सभी का उपयोग कर आने वाले दिनों में शहर के प्रवेश मार्गो पर आकर्षक कलाकृतियां बनाई जाएंगी। इसके अलावा अधजली हुई रूई की बत्तियों का उपयोग भी रैन बसेरों के बिस्तर बनाने में किया जाएगा। अधजले तेल का उपयोग गौ-शालाओं में उपयोग होगा।
पहली बार हुआ लेजर शो
शिप्रा तट पर दीप प्रज्वलन के रिकार्ड की घोषणा के तत्काल बाद रामघाट से दत्त अखाड़ा घाट को जोडऩे वाली रपट पर आतिशबाजी की गई। इसके अलावा पहली बार शिप्रा तट पर आकर्षक लेजर शो का भी आयोजन किया गया।