ठेकेदारों को भुगतान के लिए रुपए नहीं, आयोजन पर खर्च होंगे लाखों
उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम उज्जैन की मेजबानी में 28 फरवरी को प्रदेश के महापौर और नगर निगम अध्यक्ष का सम्मेलन आयोजित होने जा रहा है। यह सम्मेलन ऐसे वक्त में हो रहा है जब नगर निगम की आर्थिक सेहत बिल्कुल भी अच्छी नहीं है और नगर निगम के पास जरूरी निर्माणकार्यो का भुगतान करने के लिए भी रकम का टोटा है। खास बात यह है कि इस आयोजन के लिए सत्ताधारी दल भाजपा के नेता की ही होटल का चयन किया गया है।
मध्यप्रदेश में उज्जैन सहित कुल 16 नगर निगम है। 15 नगर निगमों के महापौर और अध्यक्षों के उज्जैन पहुंचने की सहमति भी मिल चुकी है। 28 फरवरी की सुबह 9.30 बजे से महापौर-निगम अध्यक्ष सम्मेलन का शुभारंभ होगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इसमें शामिल हो सकते है, हालांकि उनके कार्यालय से फिलहाल स्वीकृति नहीं जारी हुई है। उज्जैन पहुंचने वाले सभी नगर निगमो के महापौर-अध्यक्षों को महाकाल लोक के अलावा नगर निगम का फूलो से अगरबत्ती बनाने का प्लांट व अन्य विकास कार्य भी दिखाए जाएंगे।
फर्क इंदौर और उज्जैन के बीच
उज्जैन नगर निगम में आर्थिक बदहाली के बावजूद इस तरह के आयोजन कर फिजूलखर्ची की जा रही है, इस आयोजन में लाखों रूपए खर्च होंगे लेकिन इससे उज्जैन को हांसिल क्या होगा, यह कोई भी बताने की स्थिति में नहीं है। वहीं दूसरी तरफ महज 55 किलोमीटर दूर इंदौर नगर निगम ने अपनी आय बढ़ाने के साथ ही ग्रीन एनर्जी बांड जारी कर देश में एक ऐसा अनूठा उदाहरण पेश किया है जिसकी पूरे देश में चर्चा है।