उज्जैन, अग्निपथ (एस.एन. शर्मा)। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम द्वारा जन सुनवाई करते हुए भैरवगढ़ जेल में भ्रष्टाचार मंदिर की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा के अलावा अतिक्रमण मुआवजा संपत्ति में से अधिकार दिए जाने के साथ ही फसल खराब होने पर आर्थिक सहायता दिए जाने जैसे मामलों पर संबंधित अधिकारियों को तत्काल निराकरण करने के निर्देश दिए हैं।
ग्राम करोंदिया निवासी राजाराम ने आवेदन दिया कि वे गांव में स्थित मन्दिर में पुजारी हैं तथा मन्दिर के समीप की भूमि पर उनके परिवार का काफी समय से स्वामित्व रहा है, परन्तु कुछ लोगों द्वारा उनके साथ वाद-विवाद कर भूमि पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है।
ग्राम नाहरिया मदनलाल पिता मांगीलाल ने आवेदन दिया कि गांव में उन्होंने आवास योजना के तहत मकान का निर्माण किया था। ग्राम पंचायत द्वारा उनके घर के समीप बनाई गई सीसी रोड पर एक व्यक्ति के द्वारा टीन शेड बनाकर वहां अतिक्रमण कर लिया गया है, जिस वजह से आवेदक को आवागमन और कृषि कार्य करने के लिये जाने में बहुत समस्या आ रही है।
माकड़ोन निवासी रामप्रसाद ने आवेदन दिया कि पिछले वर्ष उनकी सोयाबीन की फसल अधिक वर्षा होने के कारण खराब हो गई थी और इस वजह से उन्हें अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिये बहुत समस्या आ रही है। अत: उन्हें फसल क्षति पर मुआवजा दिलवाया जाये। ढांचा भवन निवासी अंजली आंजना ने आवेदन देकर शिकायत की कि उनके पति की पिछले वर्ष मृत्यु हो चुकी है।
पति की मृत्यु के बाद उनके ससुराल वालों ने उनके साथ मारपीट कर उन्हें घर से निकाल दिया तथा उनके गहनें और अन्य गृहस्थी का सामान अपने पास रख लिया है। प्रार्थिया का एक 10 वर्ष का बालक है और उन्हें जीवन यापन करने में बहुत कठिनाई हो रही है, इसलिये उनके ससुराल पक्ष से उन्हें उनकी सम्पत्ति वापस दिलवाई जाये।
घट्टिया तहसील के ग्राम सलामता निवासी नारायण पिता गोपाल ने आवेदन दिया कि उनके स्वामित्व की कृषि भूमि गांव में स्थित है। उनकी जमीन के समीप से सडक़ का निर्माण होने के कारण बारिश का पानी रूक जाता है तथा उनके खेत में भर जाता है। इस वजह से लगातार दो सालों से उनकी सोयाबीन की फसल खराब हो रही है। अत: इस रोड पर पुलिया बनाई जाये अथवा पाईप डाला जाये ताकि उनकी फसल खराब न हो।
इस पर सीईओ जनपद पंचायत घट्टिया को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए। इसी जनसुनवाई में आए अन्य लोगों की शिकायत अपर कलेक्टर मृणाल मीना एवं एसडीएम श्रीमती कल्याणी पांडे द्वारा गंभीरता से सुनी जा कर अधिकारियों को उनके निराकरण किए जाने के निर्देश दिए गए।