कंप्यूटर से मैपिंग के चक्कर में 4 लाख 80 हजार का फटका
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन जिले के 120 किसान श्योपुर जिले के निवासी बन गए है। कंप्यूटर से मेपिंग की मामूली सी चूक की वजह से इन किसानों को लगभग 4 लाख 80 हजार रूपए का फटका लग गया है। दो बार इन्हें किसान सम्मान निधि की रकम नहीं मिल सकी। शुक्रवार को सभी किसान कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और अपनी परेशानी बताई।
केंद्र सरकार द्वारा छोटे किसानों को समय-समय पर किसान सम्मान निधि के रूप में 2 हजार रुपए की राशि दी जाती है। उज्जैन जिले में बडऩगर रोड़ स्थित मोहनपुरा गांव के किसान पिछले दो बार से इससे वंचित रह गए। मोहनपुरा उज्जैन नगर निगम सीमा क्षेत्र में आता है और वार्ड क्रमांक 12 का हिस्सा है। यहां के 120 किसानों ने किसान सम्मान निधि प्राप्त करने के लिए आवेदन किया था। कंप्यूटर के जरिए हुई मेपिंग के दौरान केंद्र सरकार के पोर्टल पर इनका पता ग्राम मोहनपुरा जिला श्योपुर दर्ज हो गया।
बस इसी एक गलती की वजह से ये सारे किसान सम्मान निधि पाने से वंचित हो गए। मोहनपुरा के किसानों के साथ ऐसा दूसरी बार हुआ है। श्योपुर जिले में भी एक मोहनपुरा गांव है। सेंट्रल सर्वर पर जब भी उज्जैन के मोहनपुरा के किसानों की जानकारी दर्ज की जाती है, वह श्योपुर जिले में दर्ज हो जाती है। शुक्रवार को कांग्रेस नेत्री और नगर निगम में उपनेता प्रतिपक्ष माया त्रिवेदी के साथ सभी किसान कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। यहां एसडीएम कोठी महल कृतिका भीमावत को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर किसानों की समस्या हल कराने और उन्हें दो बार की किसान सम्मान निधि दिलवाने की मांग रखी।