उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम के अमले ने शनिवार को दौलतगंज और सखीपुरा इलाके के दो मकानों से लगभग 28 टन अमानक पॉलिथीन जब्त किए जाने की कार्यवाही के बाद शनिवार देर रात एक ओर घटनाक्रम हो गया। नगर निगम की टीम ने सूरज नगर में जिस मकान को सील किया था, वहां से देर रात कुछ बदमाश सील लगा ताला तोडक़र कई टन अमानक प्लास्टिक थैलियों के कट्?टे ले उड़े है। नगर निगम की ओर से इस मामले की पुलिस को भी शिकायत की गई है।
निगम उपायुक्त संजेश गुप्ता और उनकी टीम के सदस्यों ने शनिवार की शाम सूरज नगर और दौलतगंज के दो मकान बने गोदामों से लगभग 28 टन अमानक प्लास्टिक थैलियां जब्त की थी। दोनों ही मकानों को नगरनिगम की संपत्तिकर शाखा ने सील कर दिया था। दोनों ही जगहों पर निजी एजेंसी के गार्ड तैनात कर दिए गए थे। रात करीब 12 बजे सूरज नगर वाले गोदाम पर 15 से 20 लोग एक आयशर ट्रक लेकर पहुंचे। यहां तैनात गार्ड को धमकाकर भगा दिया व नगर निगम की सील तोडक़र भीतर रखे अमानक प्लास्टिक के कट्टे आयशर में लोड करके चंपत हो गए।
देर रात ही जैसे ही इस घटनाक्रम का पता चला निगम उपायुक्त सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। सुबह इस गोदाम से नगर निगम ने शेष बचा सारा अमानक प्लास्टिक अपने कब्जे में ले लिया है। इसके अलावा देर रात हुए घटनाक्रम की शिकायत भी इंजीनियर मुकुल मेश्राम के जरिए महाकाल थाने में दर्ज कराई है। सुबह अमानक प्लास्टिक जब्ती की कार्यवाही के दौरान निगम आयुक्त रोशन कुमार सिंह और अपर आयुक्त आदित्य नागर भी मौके पर पहुंचे थे।
जिस मकान पर यह कार्यवाही हुई है, वह दौलतगंज की फर्म कमला ट्रेडर्स के संचालक का है। निगम उपायुक्त संजेश गुप्ता के मुताबिक कमला ट्रेडर्स के संचालक ने खुद का माल होने से इंकार किया है। उन्होंने बताया कि मकान को किराए पर लेकर किसी जितू नामक शख्स ने यहां रखा था। बहरहाल निगम अधिकारियों ने पुलिस के जरिए ही प्रकरण की जांच कराने का फैसला किया है।
3 बजे तक जागे, हम्मालो को चाय पिलाई तब हाथ आया जखीरा
अमानक प्लास्टिक की थैलियां जब्त किए जाने का मध्यप्रदेश का यह अब तक का सबसे बड़ा मामला है। इतनी बड़ी मात्रा में एक साथ इससे पहले कभी अमानक पॉलिथीन जब्त नहीं की गई। दरअसल, बाजार में छुटपुट कार्यवाही के बाद भी अमानक प्लास्टिक की थैलियां लगातार मिलती जा रही थी। निगम उपायुक्त संजेश गुप्ता ने शुक्रवार को गोपाल मंदिर, ढाबारोड़ क्षेत्र के कुछ व्यापारियों के यहां दबिश दी। यहीं से थोक व्यापारियों का सुराग हाथ लगा। सूचना को पुख्ता करने के लिए उपायुक्त संजेश गुप्ता खुद रात 3 बजे तक जागे। देर रात में दौलतगंज, दूधतलाई क्षेत्र में गाडिय़ा लोडिंग-अनलोडिंग करने वाले हम्मालों के साथ रहे, उन्हे चाय पिलाई। इनके जरिए ही दो मकानों में अमानक प्लास्टिक के कट्टे उतरने की सूचना पुख्ता की गई, इसके बाद शनिवार दोपहर में एकाएक छापामार कार्यवाही हुई।
जिस संपत्ति को नगर निगम ने सील कर दिया था, वहां से जब्त हुए सामान को उठा ले जाना गंभीर मामला है। इस प्रकरण में महाकाल पुलिस को विधिवत शिकायत की है। आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने के अलावा अन्य भी कार्यवाही के अन्य विकल्पो पर विचार किया जा रहा है।
– आदित्य नागर, अपर आयुक्त नगर निगम