मालवा अंचल की कई जगहों पर बारिश से ठंडक घुली
उज्जैन, अग्निपथ। सोमवार को उज्जैन शहर में तो हल्की बारिश हुई। लेकिन मालवांचल की कई जगहों पर बारिश के साथ ओले गिरे। पूर्व उज्जैन मंडी अध्यक्ष ने तो फसलों के मुआवज तक की मांग कर डाली। हालांकि तेज हवाओं के साथ आई बारिश ने कई जगहों पर बोर्ड आदि उखाड़ दिये। महाकालेश्वर मंदिर के बाहर लगाये गये शामियाने भी इस हवा की भेंट चढ़ गये।
उज्जैन शहर में 4, 5 और 6 मार्च को मौसम विभाग ने मौसम खराब होने की भविष्य वाणी की थी। भविष्यवाणी एकदम से सटीक निकली। इन तीन दिनों में से 6 मार्च की शाम को तेज हवाओं ने पूरे शहर को अस्त व्यस्त कर दिया। हवा का वेग इतना तेज था कि चौराहों पर लगे होर्डिंग्स खंबे सहित उखड़ गये। वाहन चालकों को अपनी आंखें खोलना तक मुश्किल हो गया। करीब आधे घंटे तक इसका प्रवाह रहा।
मालवांचल के महिदपुर तहसील में भी बारिश के साथ चने के आकार के ओले गिरे। वहीं उन्हेल में तेज बारिश ने अपना रौद्र रूप दिखाया। ओले की मार फसलों पर भी हुई है। पूर्व उज्जैन मंडी अध्यक्ष रामेश्वर आंजना ने जिला प्रशासन से फसलों के मुआवजे की मांग की है।
महाकालेश्वर मंदिर निर्गम गेट के बाहर लगे शामियाने उखड़े
शाम को हवा इतनी तेज चली कि महाकालेश्वर मंदिर के निर्गम गेट से लेकर बड़ा गणेश मंदिर एंड तक के शामियाने पाइप सहित उखड़ गये। हालांकि इस दौरान कोई हादसा और ना ही कोई चोटिल हुआ। सोमवार को दिन का अधिकतम तापमान 32.8 डिग्री से बढक़र 34 पर पहुंच गया था। वहीं रात का न्यूनतम तापमान डेढ़ डिग्री कम होकर 18.5 डिग्री से 17 पर आ गया। सोमवार को हुई बारिश से वातावरण में ठंडक घुल गई थी।