धूमधाम से शहर में निकली, चांदी का ध्वज भी शामिल रहा
उज्जैन, अग्निपथ। रविवार को रंगपंचमी के अवसर पर श्री महाकालेश्वर भगवान का ध्वज चल समारोह देर शाम को नगर भ्रमण पर निकला। मंदिर के सभा मंडप में अधिकारियों, पुजारी-पुरोहितों ने भगवान के ध्वज का पूजन कर ध्वज के साथ कोटितीर्थ कुंड का चक्कर लगाया। वहीं सभा मंडप में मंत्री, कलेक्टर, एसपी ने हथियार घुमाकर प्रदर्शन किया। चल समारोह में शामिल पांच झांकियों और बाहर के ढोल, मलखंब के खिलाडिय़ों ने समां बांधा। वहीं बाहर से आए बैंड ने धार्मिक भजनों से मन मोह लिया।
श्री महाकालेश्वर का ध्वज चल समारोह के पूर्व सभा मंडप में भगवान श्री महाकाल, श्री वीरभद्र व ध्वजाओं का पूजन पुजारी-पुरोहितों ने किया। इस दौरान उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, मंदिर समिति के अध्यक्ष व कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम, एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल, प्रशासक संदीप सोनी, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, पुजारी प्रदीप गुरू, यश शर्मा, बबलू गुरू, संजय पुजारी, सत्यनारायण जोशी, आशीष पुजारी, मंदिर प्रबंध समिति के अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी व गणमान्य नागरिक शामिल हुए। इसके बाद ध्वज चल समारोह पुराने शहर के प्रमुख मार्गों से झांकियों सहित निकला।
बैंड और झांकियों ने मनमोह लिया
श्री महाकालेश्वर भगवान के ध्वज चल समारोह में पांच झांकियां शामिल रही। गेर में इस बार करीब 40-40 फीट लंबी ट्रालियों पर झांकी सजाई गई थी। चल समारोह के क्रम में अमरावती त्रिशुल करतब दल, आरके बैंड, वीरभद्र भगवान की गाड़ी, गणेश मालवा बेंड, भगवान के सेहरा दर्शन की गाड़ी, पुणे का बैंड, मलखम्ब प्रदर्शन दल, नासिक के ढोल पार्टी शामिल थे।