पुनर्विचार के लिए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा
बडऩगर, अग्निपथ। मप्र सरकार के बजट में बडऩगर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम खंडवासुरा में पुलिया निर्माण की स्वीकृति व इसके लिए राशि आवंटित की खबरें आई थी। किन्तु उक्त स्थल पर पुलिया निर्माण को लेकर ग्राम सारोला व आसपास के ग्रामीणों ने पुरजोर विरोध जताया है। मामले ने तुल पकड़ा है जिसमें सोश्यल मीडिया पर विरोध जताया जा रहा है वहीं इस संबध में सोमवार को ग्राम सारोला व आसपास के ग्रामीणजनो ने एक ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी आकाश सिंह को सौंप कर उक्त स्थल पर पुल निर्माण को पूर्णत: अनुचित बताते हूई ग्राम सारोला में जहां पुलिया निर्माण की मांग वर्षो से की जा रही वहां पर पूल निर्माण की मांग की है। ज्ञापन के दौरान रतनसिंह, कंचनसिंह, भेरुलाल सांखला, विनोदसिंह, जालमसिंह, केशव गुर्जर, फूलसिंह पंवार सहित समस्त ग्रामवासी उपस्थित थे।
ज्ञापन में कहा गया कि उक्त पुलिया निर्माण स्थल का चयन पूर्णत: अनुचित है। जिसके चयन से अनेकों गांव के ग्रामीणों में रोष है। ग्राम खंडवासुरा में पुलिया बनने से इस पर खर्च होने वाली 7 करोड़ 50 लाख की राशि क्षेत्र की जनता के लिए अनुपयोगी होगी और पुलिया सिर्फ एक गांव के उन्ही नागरिकों का भला करेगी जिनकी खेती नदी के उस पार है। खण्डवासुरा में बनने वाली पुलिया के आगे कोई रास्ता नहीं है। और नदी के दोनों और पूर्णत: निजी भूमि है। जिनका अधिग्रहण करने से शासन का काफी पैसा खर्च होगा। यही नहीं पुलिया तक पहुंचने का मार्ग भी अत्यंत सकरा है तथा आसपास के अन्य गांव से भी सम्पर्क सुलभ नहीं है।
इसके स्थान पर ग्राम सारोला में पुलिया निर्माण होना चाहिए जहां काफी समय से पुलिया निर्माण की मांग की जा रही है। ग्राम सारोला में पुलिया बनने से ग्राम बंगरेड, फतेहपुर, सारोला, धतुरिया, मुंडला, भिडावद, लोहारिया, रावदिया सहित अनेक गांव के लोगों का आवागमन सुगम भी होगा और यह पुलिया उपयोगी होगी। यही नही नदी के दोनो और पर्याप्त मात्रा में शासकीय भूमि भी उपलब्ध हैं। ग्राम सारोला में पुलिया निर्माण के संदर्भ में कई बार मुख्यमंत्री, विभागीय मंत्री व वरिष्ठ अधिकारियों से जनप्रतिनिधियों द्वारा पत्र के माध्यम से मांग की जा चुकी है। उसके उपरांत भी इस अनुचित स्थल का चयन किया जाना क्षेत्र के नागरिकों की समझ से परे है।
अभियंता द्वारा दी गई जानकारी पर सवाल
ज्ञापन में यह भी बताया गया कि ग्राम सारोला में प्रस्तावित पुल के दोनों ओर प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना द्वारा मार्ग निर्मित की जानकारी दी गई जो कि पूर्णत: गलत है। जिसे आधार मानकर सारोला में प्रस्तावित पुलिया की मांग को निरस्त किया गया। जबकि वर्तमान स्थिति में प्रस्तावित पुलिया के दोनों और किसी भी तरह प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ निर्मित नहीं है। इस पर जांच कर पुनर्विचार करना चाहिए।
इस संदर्भ में मध्यप्रदेश शासन लोक निर्माण विभाग मंत्रालय का ज्ञाप क्रमांक 3265/ 4513/ 2022/19/यो भोपाल दिनांक 21-09-2022 के संबंध में मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग सेतु निर्माण क्षेत्र भोपाल द्वारा जो जानकारी प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग निर्माण भवन भोपाल को दिनांक 3-10-22 को दी गई है वह त्रुटिपूर्ण है।
सांसद के समक्ष भी जताया था रोष
ज्ञापन में पुलिया निर्माण स्थल के चयन को लेकर नाम का उल्लेख किये बिना एक पूर्व जनप्रतिनिधि की भूमिका पर संदेह व्यक्त कर अपने चहेतों को उपकृत करने का उल्लेख करते हुए ग्रामीण जनों में काफी रोष की बात कही गयी है। वहीं ग्रामीण जन द्वारा शासन से मांग की गई कि इस संदर्भ में पुनर्विचार कर स्थल परिवर्तित कर यह पुलिया सरोला में बनाने की स्वीकृति प्रदान करे। जिससे जन जन के लिए यह पुलिया उपयोगी सिद्ध हो सके और आसपास के सभी गांव के नागरिकों को सुविधाएं मिल सके।
ज्ञातव्य है कि यह मामला गत दिवस भाजपा के होली मिलन समारोह में इंद्रप्रस्थ गार्डन पर शिरकत करने आये सांसद अनिल फिरोजिया के सामने जनपद सदस्य नरेन्द्र सिंह धतुरिया व पूर्व जनपद सदस्य किशोर गुर्जर के नेतृत्व में सेकड़ो ग्रामवासीयों ने पुलिया निर्माण के बारे में जानकारी देकर पुरजोर विरोध जताया था। जिसके बाद सांसद ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया था।