केएसएस सिक्यूरिटी कंपनी की रवानगी, आज या कल में मिल जायेगी ठेका संभालने की सहमति
उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर का बहुप्रतिक्षित सुरक्षा का ठेका आखिरकार मंदिर प्रबंध समिति द्वारा क्रिस्टल इंट्रीग्रेटेड सर्विसेज प्रालि. को दे दिया गया। कई दिनों से इस ठेके को लेकर मंदिर प्रबंध समिति में जद्दोजहद चल रही थी। आखिरकार कई दिनों के मंथन के पश्चात इस कंपनी को मंदिर की सिक्यूरिटी संभालने के लिये चुना गया है। वहीं केएसएस कंपनी की रवानगी तय हो गई है। नई कंपनी फिल्म एक्टर शाहरुख खान के बंगले मन्नत की सिक्यूरिटी भी संभाल रही है।
महाकालेश्वर मंदिर में सिक्यूरिटी के टेंडर को लेकर काफी असमंजस का माहौल रहा। लेकिन टेंडर समिति का आखिरी निर्णय क्रिस्टल इंट्रीग्रेटेड सर्विसेज प्रालि. के पक्ष में हुआ। ज्ञात रहे कि महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा सिक्यूरिटी की तकनीकी बीड खोलने के लिये 19 फरवरी का समय नियत किया हुआ था, लेकिन महाशिवरात्रि पर्व को देखते हुए इसको बढ़ाकर 23 फरवरी कर दिया गया था। 23 फरवरी को आनलाइन टेंडर खोले गये। जिसमें 9 कंपनियां एजाइल सिक्यूरिटी फोर्स प्राइवेट लिमि., बालाजी सिक्यूरिटी सर्विसेज प्रा.लि., सीआईएस ब्यूरोज फेसेलिटी सर्विसेज प्रा.लि, क्रिस्टल इंटीग्रेटेड सर्विसेज प्रालि., मेसर्स फस्र्टमेन मैनेजमेंट सर्विसेज प्रालि., पॉयोनियर सिक्यूरिटी एंड एलाइड सर्विसेज प्रालि., रक्षक सिक्यूरिटी प्रालि., आरएस सिक्यूरिटी और सिंघ इंटेलीजेंस सिक्यूरिटी प्रालि. ने टेंडर डाले थे। तब से लेकर अभी तक इनकी तकनीकी बीड खोली जाकर इनके कागजात सहित शर्तों पर मंथन किया जा रहा था। फायनेंशिल बीड में 7 कंपनियां पहुंची थीं। इसके बाद फायनेंशिल बीड खोलकर लोवेस्ट कॉस्ट देखी गई। जिसमें क्रिस्टल इंट्रीग्रेटेड सर्विसेज प्रालि. सहित दो अन्य कंपनियों का नाम में से एक को फायनल करने के लिये कलेक्टर के पास अंतिम मोहर लगाने के भेजा गया था। एल-1 पर क्रिस्टल कंपनी का नाम आखिरकार फायनल कर दिया गया।
आज या कल में दे दी जायेगी सहमति
मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बातचीत में बताया कि एलवाय (सहमति) दिया नहीं है। आज या कल में क्रिस्टल कंपनी को ठेका संभालने की सहमति दे दी जायेगी। वहीं दूसरी ओर कंपनी के अधिकारियों ने मंगलवार को मंदिर और महाकाल लोक क्षेत्र का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया। ज्ञात रहे कि महाकालेश्वर मंदिर और महाकाल लोक में 500 सिक्यूरिटी गार्डों की तैनाती कंपनी द्वारा की जायेगी।
प्रशासक से अग्निपथ के तीन सवाल
महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक संदीप सोनी से दैनिक अग्निपथ संवाददाता द्वारा क्रिस्टल कंपनी द्वारा शर्तों का पालन नहीं करने को लेकर बातचीत में तीन सवाल किये गये। उनको बताया गया कि कंपनी के पास पसारा लायसेंस नहीं है। जिस पर उन्होंने बताया कि कंपनी के पास यदि मप्र का पसारा लायसेंस नहीं है तो एक महीने की अवधि लायसेंस लेने के लिये शर्तों में दी गई है।
इस अवधि में कंपनी द्वारा लायसेंस बनवा लिया जायेगा। वहीं दूसरा सवाल मप्र में कंपनी का आफिस होना चाहिये। इस पर श्री सोनी ने कहा कि इसकी आवश्यकता नहीं है। तीसरा सवाल इंदौर रोड स्थित एक रिसोर्ट में काम करने और कंपनी को वहां से रवानगी देने का था। वहां पूछताछ करने के बाद ही क्रिस्टल कंपनी को इसका ठेका दिया गया।