अधीक्षक को हटाने की मांग
उज्जैन, अग्निपथ। केंद्रीय जेल भैरवगढ़ के अधीन काम करने वाले 100 से ज्यादा कर्मचारियों के साथ हुई लगभग 13 करोड़ की ठगी के मामले में बुधवार को कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया। जेल गेट के बाहर कांग्रेस नेताओ व कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की साथ ही जेल डीआईजी मंशाराम पटेल को राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन के जरिए कांग्रेस ने जेल अधीक्षक को पद से हटाने और प्रकरण की निष्पक्ष जांच करने की मांग की है। कांग्रेस नेताओं ने आशंका व्यक्त की है कि इस घोटाले में भाजपा से जुड़े नेता व मंत्री भी शामिल हो सकते है।
जेल में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर शहर कांग्रेस के अध्यक्ष रवि भदोरिया के नेतृत्व में भोपाल से आए जांच करने वाले दल को बुधवार शाम ज्ञापन सौंपा गया। शहर कांग्रेस के पदाधिकारियों के साथ भैरवगढ़ से केंद्रीय जेल तक रैली निकालकर ज्ञापन सौंपा गया। शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि भैरवगढ़ जेल में 100 से अधिक कर्मचारियों का प्रोविडेंट फंड जिस फर्जी तरीके से निकालकर गबन किया गया है, यह एक बहुत बड़ा अपराध है। कर्मचारियों के परिवार के बच्चे व बड़े भी भैरवगढ़ जेल पर धरना देकर बैठे हैं। किसी के 17 लाख रुपए निकल गए हैं किसी के 37 लाख रूपए।
कई परिवार में बच्चियों की शादी होना थी, यह पैसा उन्होंने अपने बच्चों की शादियों के लिए जमा कर रखा था। कर्मचारियों के फर्जी साइन का उपयोग किया गया, जिन वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा यह षडयंत्रपूर्वक कार्य किया गया। उन्हें तुरंत निलंबित किया जाए। कांग्रेस ने मांग रखी है कि जेल अधीक्षक को भी इस जांच से दूर रखा जाए। जेल अधीक्षक पर भी एफआईआर होनी चाहिए। भदोरिया ने कहा कि शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा भोपाल से आए जांच कमेटी के दल को ज्ञापन को 3 दिन का समय दिया है।
इस अवधि में यदि कार्यवाही नहीं होती है तो कांग्रेस पार्टी उग्र आंदोलन करेगी। ज्ञापन पत्र देने वालों में शहर कांग्रेस के अध्यक्ष रवि भदौरिया, रवि राय, माया त्रिवेदी, सपना सांखला, परमानंद मालवीय, छोटेलाल परमार, फिरोज पठान, इकबाल भाई भेरूगढ़, देवव्रत यादव, मोती भाटी, अरुण शर्मा, अभिषेक लाला, सोनिया ठाकुर, इसरार मामू सहित कई लोग शामिल थे।