हाइकोर्ट का स्थगन, फिर भी सवा लाख रूपए वर्ग फीट में बिकी दुकानें
उज्जैन, अग्निपथ। महाकाल महालोक की दुकानों पर महालक्ष्मी मेहरबान हो गई है। महाकाल लोक का लोकार्पण होने के बाद से ही यहां श्रद्धालुओं की जिस अंदाज में भीड़ जुटने लगी है, उसकी वजह से महाकाल महालोक में बनी दुकानों के भाव आसमान छूने लगे है। दुकानों के आवंटन पर फिलहाल हाईकोर्ट की रोक है। टेंडर प्रक्रिया फिलहाल जारी है।
हाल ही में महाकाल महालोक की 4 दुकानों के लिए टेंडर खोले गए। इनमें से लगभग 100 वर्गफिट की एक दुकान के लिए तो अंतिम बोली 1 करोड़ 28 लाख रूपए ओर मिड-वे जोन की एक दुकान के लिए 1 करोड़ 32 लाख रूपए तक आई है। यह अब तक का सबसे महंगा (बड़ा नहीं) सौदा माना जा रहा है। महाकाल लोक के निर्माण के साथ ही स्मार्ट सिटी कंपनी ने यहां कुल 87 दुकानों का निर्माण किया है। इनमें से 20 दुकानें नगर निगम को सौंपी जानी है।
स्मार्ट सिटी कंपनी ने पिछले दिनों महाकाल महालोक की 49 दुकानों के आवंटन के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की थी। इनकी न्यूनतम कीमत 14 लाख रूपए तय की गई थी। हाल ही में पांच दुकानों के टेंडर खोले गए है। टेंडर खुलने के साथ ही जो राशि सामने आई, वह चौंकाने वाली है। महाकाल महालोक की दुकानों को हांसिल करने के लिए सवा-सवा करोड़ के टेंडर डले है।
आवंटन पर फिलहाल हाईकोर्ट की रोक
जिस जगह पर महाकाल महालोक बना है, वहां पूर्व में नगर निगम द्वारा मार्केट बनाकर 29 दुकानों का आवंटन किया गया था। नगर निगम से दुकानें लेने वाले व्यापारियों से 25 नवंबर 2021 को दुकानों को खाली करवा लिया गया। 20 दुकानदार ऐसे थे, जिन्हें नगर निगम द्वारा दोबारा महाकाल लोक की दुकानों में विस्थापित किया जाना है। इन दुकानदारों ने ही विस्थापन प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरते जाने पर हाईकोर्ट में महाकाल लोक की दुकानों की टेंडर प्रक्रिया के खिलाफ अपील की थी।
इसी साल 19 जनवरी को हाईकोर्ट ने महाकाल लोक की दुकानों के आवंटन पर रोक लगा दी है, हाईकोर्ट ने अपने निर्णय में कहीं भी टेंडर प्रक्रिया रोके जाने के आदेश नहीं दिए है लिहाजा टेंडर प्रक्रिया अपनी जगह जारी है।
पांच दुकानों से ही निकल गया पूरे मार्केट का खर्च
- भूतल की दुकान क्रमांक 1(क्षेत्रफल 10.26 वर्ग मीटर) के लिए कुल 22 टेंडर डले थे। इनमें से प्रदीप कुमार तिवारी का 1 करोड 28 लाख रूपए का टेंडर सर्वोच्च रहा है।
- भूतल की दुकान क्रमांक 2, का कुल क्षेत्रफल 8.64 वर्ग मीटर है। इसके लिए कुल 24 टेंडर डले। सर्वोच्च टेंडर 1 करोड़ 28 लाख रूपए का अंशुल नीमा का रहा है।
- भूतल की दुकान क्रमांक 3 का क्षेत्रफल 2 नंबर दुकान के बराबर ही है। इसके लिए 14 टेंडर डले। सर्वोच्च टेंडर एसएमबी होटल एंड रिसोर्ट का रहा, इन्होंने 87 लाख 99 हजार 899 रूपए लगाए है।
- भूतल की दुकान क्रमांक 4 के लिए कुल 15 निविदाएं डली। इस दुकान के लिए सबसे बड़ा ऑफर मनन पाहूजा का रहा। इन्होंने दुकान के लिए 1 करोड़ 11 लाख रुपए लगाए है।
- मिड-वे जोन प्रथम तल की दुकान नंबर 1 का क्षेत्रफल 16.93 वर्ग मीटर है। इसके लिए कुल 6 निविदाएं आई थी। प्रदीप कुमार तिवारी ने इसके लिए 1 करोड़ 32 लाख रुपए टेंडर में भरे है।